मध्य प्रदेश

मिर्ची बाबा के हवन में कमलनाथ ने दी आहुति, सिंधिया के समर्थन में सड़क पर उतरे थे दिग्विजय के करीबी ‘बाबा’…

भोपाल। पूर्व सीएम कमलनाथ के लिए भोपाल में बुधवार को विशेष पूजा की गई। पूजा उन्हीं मिर्ची बाबा ने की जो चुनाव के समय काफी चर्चा में रहे थे। इसमें भोलेनाथ का अभिषेक किया गया। लेकिन इत्तेफाक देखिए कि कमलनाथ ने जैसे ही अभिषेक के लिए दूध से भरा गिलास पकड़ा वो उनके हाथ से छूट गया। बीजेपी ने इसे अंधविश्वास से जोड़ दिया है। वो अब तंज कस रही है कि मिर्ची बाबा के चक्कर में कमलनाथ का भी वही अंजाम होगा जो दिग्विजय सिंह का हुआ था। इन बातों के बीच कमलनाथ ने कहा मध्य प्रदेश में कांग्रेस संगठन में फेरबदल नहीं होगा।

मिर्ची बाबा फिर सक्रिय हैं। इस बार भी वो राजनीति के कारण ही चर्चा में हैं। अब वो पूर्व सीएम कमलनाथ का कल्याण करने आए हैं। राजधानी भोपाल में मिर्ची बाबा ने पूर्व सीएम के कल्याण के लिए विशेष पूजा रखी। कमलनाथ के स्वास्थ, शत्रु निवारण, सफलता और कष्टों को दूर करने के लिए ये पूजा रखी गयी थी। इसमें उज्जैन से आए 51 ब्राह्मणों के सानिध्य में एक लाख पुष्पों से शिव का पूजन और अभिषेक किया गया। इसमें भगवान शिव का अभिषेक रखा गया। पूजा में शामिल होने कमलनाथ भी पहुंचे। मिर्ची बाबा ने कमलनाथ से शिव का अभिषेक कराया। लेकिन कमलनाथ अभिषक कर ही रहे थे कि दूध का गिलास उनके हाथ से छूट गया।

अब बीजेपी को बैठे बिठाए इस पर तंज कसने का मौका मिल गया है। गृह मंत्री से लेकर तमाम बीजेपी नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। नरोत्तम मिश्रा ने कहा पूजा के बाद कमलनाथ का भी वही होने वाला है जो दिग्विजय सिंह का हुआ था। प्रदेश बीजेपी मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली से लौटते ही कलश गिरा। यानि दो में से एक कुर्सी तो पक्की जाएगी। यह सब की ड्यूटी है कि इस पवित्र काम में सहयोग करें। दिग्विजय सिंह के बाद मिर्ची बाबा का अगला शिकार कमलनाथ हैं।

कांग्रेस सरकार के दौरान कमलनाथ और सिंधिया के बीच सियासी तकरार हुई थी। सिंधिया ने अपनी ही सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने की धमकी दी थी, तब मिर्ची बाबा सिंधिया के समर्थन में आ गए थे। उन्होंने सिंधिया के बयान को सही बताया था। साथ ही इस बात का भी आश्वासन दिया था कि अगर सिंधिया सड़कों पर उतरे तो वो भी उनके साथ सड़कों पर उतरेंगे।

सिंधिया और उनके समर्थक मंत्रियों व विधायकों की बगावत के चलते कमलनाथ सरकार गिरने के बाद हुए उपचुनाव के दौरान मिर्ची बाबा एक बार फिर सक्रिय हुए थे, लेकिन दिग्विजय के भाई कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने कमलनाथ को मिर्ची बाबा से दूर रहने की सलाह दी थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था- कांग्रेस के साथी, भाजपा और संघ की विचारधारा को निरन्तर कोसते हैं, मैं भी उनकी विचारधारा से सहमत नही हूं, परन्तु कांग्रेस की विचारधारा कहां लुप्त हो गई कि चुनाव में हमें दुष्ट तांत्रिक बाबाओं की मदद लेनी पड़ रही है।

मिर्ची बाबा के कार्यक्रम में कमलनाथ के शामिल होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हमें तो यह उम्मीद है कि सब (कांग्रेस) महा वैक्सीनेशन अभियान में शामिल होंगे। श्रीमान कमलनाथ क्यों मिर्ची बाबा से पूजा करवा रहे हैं? यह वही जानें।

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