मध्य प्रदेश

भारत की सिफ्ट कौर समरा ने अपना पहला व्यक्तिगत विश्व कप पदक जीता

12 पदक के साथ चायना पहले और 7 पदक के साथ भारत दूसरे स्थान पर रहा

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आईएसएसएफ़ वर्ल्ड कप के आख़िरी दिन भारत की सिफ्ट कौर समरा ने अपना पहला व्यक्तिगत विश्व कप पदक जीता। मेडिकल की छात्रा और मौजूदा राष्ट्रीय चेंपियन भारत की सिफ़्ट ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन (3P) में शीर्ष-आठ रैंकिंग राउंड में 403.9 स्कोर कर कांस्य पदक हासिल किया। इस इवेंट में चीन की झांग क्यूनग्यू ने स्वर्ण पदक और चेक गणराज्य की अनीता ब्राबकोवा ने रजत पदक हासिल किया।

भारत की मानिनी कौशिक क्वालीफिकेशन में मामूली अंतर से चूक गईं। वे 584 अंक के साथ 9वें स्थान पर रही जबकि अंजुम मोदगिल 583 अंक के साथ 13वें स्थान पर रही। मैदान में दो अन्य भारतीय, श्रियांका सदांगी और आशी चौकसे, जो केवल रेंकिंग अंक के लिए खेल रहे थे, ने क्रमशः 582 और 581 का स्कोर बनाया। पुरूषों की 25 मीटर रेपिड फायर पिस्टल में चीन के झांग जूमिंग ने 40-शॉट 8- श्रंखला पदक मैच में 35 अंक हासिल कर स्वर्ण पदक जीता। टोक्यो ओलिंपिक फाइनलिस्ट और काहिरा विश्व कप के रजत पदक विजेता फ़्रांस के क्लेमेंट बेसागुएट ने 34 हिट के साथ रजत पदक जीता। क्रिस्टियन 21 हिट्स के साथ तीसरे स्थान पर रहे।

स्पेशल ओलिंपिक भारत की अध्यक्षत डॉ. श्रीमती मल्लिका नड्डा ने विजेता खिलाड़ियों को प्रदान किया।

भारत के विजयवीर सिद्धू रेंकिंग दौर में 581 अंकों  के साथ 9वें, अनीश भानवाला 581 अंक के साथ 10वें और अंकुर गोयल 574 के साथ 14वें स्थान पर रहे। भावेश शेखावत ने 578 और मनदीप सिंह ने 575 अंक हासिल किए। आईएसएसएफ़ वर्ल्ड कप शूटिंग चेंपियनशिप में चीन ने 8 स्वर्ण, 2 रजत और 2 कांस्य पदक (कुल 12  पदकों) के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। भारत एक स्वर्ण, एक रजत और 5 कांस्य (कुल 7 पदक) के साथ दूसरे और जर्मनी एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक  (कुल तीन पदकों) के साथ तीसरे स्थान पर रहा।

प्रतियोगिता के समापन पर स्पेशल ओलिंपिक भारत की अध्यक्षा डॉ. श्रीमती मल्लिका नड्डा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह ने विजेता खिलाड़ियों को पदक देकर सम्मानित किया। खेल एवं युवा-कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने सभी टेक्निकल ऑफिशियल, जूरी के सदस्यों और एनआरएआई के सदस्यों को सफल आयोजन की बधाई दी और स्मृति-चिन्ह देकर सम्मानित किया।

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