छत्तीसगढ़रायपुर

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रतनपुर मां महामाया मंदिर में दर्शन कर की पूजा-अर्चना, प्रदेशवासियों लिए मांगी सुख-समृद्धि और खुशहाली ….

बिलासपुर। चैत्र नवरात्र की पंचमी के अवसर पर छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिलासपुर अंतर्गत रतनपुर स्थित मां महामाया देवी मंदिर में विधि-विधान से पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस दौरान मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

रतनपुर स्थित मां महामाया देवी मंदिर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आने व पूजा करने की जानकारी होने पर मंदिर को भव्यता के साथ सजाया गया था। इसके साथ ही मंदिर प्रशासन ने पूजा के विशेष इंतजाम किए थे। आने-जाने वाले लोगों की जांच करने के साथ ही पुलिस प्रशासन अलर्ट होकर मोर्चा संभाले हुए था। मां महामाया मंदिर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पहुंचते ही वहां उपस्थित श्रद्धालुजनों ने जयकारा लगाते हुए मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया।

बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा हाल ही में पुरानी पेंशन की बहाली की है। उनके इस ऐतिहासिक कदम से छत्तीसगढ़ वासियों के जीवन में खुशहाली आई है। सरकारी कर्मचारियों को वृद्धावस्था की चिंता खत्म होने के साथ ही किसानों का जीवन भी बदला है।

गाय के नाम पर राजनीति करने वालों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कड़ी सीख देते हुए गोधन पर काम करने की प्रेरणा दी है। भारत में भूपेश बघेल पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो गाय, गोबर और गोमुत्र पर सरकारी योजनाएं बना रहे हैं। उनकी योजनाओं का ही प्रतिफल है कि आज छत्तीसगढ़ प्रदेश पूरे भारत में नंबर एक के पायदान पर है। यहां बेरोजगारी दर सबसे कम है और लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है।

गाय का गोबर 2 रूपए प्रति किलो के भाव से खरीदने वाले भारत ही नहीं अपितु दुनिया के पहले व्यक्ति हैं। उनकी इस दूरगामी सोच के कारण लोगों को गोबर से भी रोजगार मिला है। इन सबके चलते मंदिर परिसर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जय-जयकार करने लोगों की विशाल भीड़ उमड़ पड़ी।

मां का दर्शन करने के दौरानद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने भी देवी माता का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर सिद्ध शक्तिपीठ महामाया देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष आशीष सिंह ठाकुर, कमिश्नर संजय अलंग, कलेक्टर सारांश मित्तर, एसपी पारुल माथुर सहित बड़ी संख्या में दर्शनार्थी एवं भक्तगण उपस्थित थे।

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