मध्य प्रदेश

फिर बीजेपी की हुईं कटनी की महापौर प्रीति सूरी, बगावत कर निर्दलीय जीती थी चुनाव

मध्‍य प्रदेश भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा की उपस्थिति में ली सदस्यता

भोपाल। भाजपा से बगावत कर कटनी महापौर का निर्दलीय चुनाव जीतने वाली प्रीति सूरी ने फिर से बीजेपी का दामन थाम लिया है। उन्होंने भोपाल स्थिति प्रदेश बीजेपी के दफ्तर में सीएम शिवराज सिंह और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा  की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और बीजेपी विधायक संजय पाठक भी उपस्थित थे। प्रीति सूरी के साथ ही 3 निर्दलीय पार्षद सुमन मखीजा, डॉ. रमेश, खुशबू सोनी ने भी बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की । इसके अलावा निवाड़ी जिला पंचायत सदस्य अमित राय भी बीजेपी में शामिल हो गए।

ज्ञात हो कि, प्रीति सूरी ने 6 महीने पहले नगर निगम चुनाव में भाजपा की ओर से टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। प्रीति सूरी ने 45648 वोट हासिल कर 5 हजार से ज्यादा वोटों से भाजपा प्रत्याशी ज्योति दीक्षित को हराया था। इसके पहले कटनी नगर निगम पिछले 10 सालों से भाजपा के कब्जे में थी। वहीं यहां के 45 वार्डों में से 27 पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी। 15 पर कांग्रेस का कब्जा है। प्रीति के बागी चुनाव लड़ने पर पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। लेकिन, इसके 6 महीने में ही प्रीति सूरी की बीजेपी में वापसी हो गई है।

सीएम बोले, बीजेपी प्रीति का परिवार, वीडी ने कहा- भाजपा बड़े हृदय की पार्टी

इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा विकास की पर्याय है। प्रीति जी का यह परिवार था। वह फिर से अपने परिवार में शहर के बेहतर विकास के लिए आ रही हैं। मैं उनका हृदय से स्वागत करता हूं। हम सभी का संकल्प अपने प्रदेश को आगे बढ़ाना है। वहीं प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि कटनी में अगर एक भी विकास की ईंट लगाई है, तो बीजेपी ने लगाई। महापौर प्रीति सूरी के जीतने के बाद पहले दिन ही तय कर लिया था कि कटनी के विकास को अवरुद्ध नहीं होने देंगे। कटनी को ऊंचाइयों पर ले जाने का काम करेंगे। भाजपा बड़े हृदय वाली पार्टी  है। सामान्य घटनाएं होती रहती हैं। हमारी महापौर भी विकास की नई ऊंचाइयों को छूएंगी।

कटनी चुनाव में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की प्रतिष्ठा भी लगी हुई थी दांव पर

उल्लेखनीय है कि कटनी नगर निगम क्षेत्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के संसदीय क्षेत्र में आता है, इस लिहाज से कटनी नगर निगम महापौर पद पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई थी। तब महापौर की दौड़ में बीजेपी की हार से पार्टी को झटका लगा था। हालांकि अब बीजेपी ने प्रीति सूरी को फिर से अपने पाले में लगाकर डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है। प्रीति सूरी की राजनीतिक ताकत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा उम्मीदवार ज्योति दीक्षित को जिताने मैदान में उतरना पड़ा था। इसके बावजूद प्रीति ने ज्योति को हरा दिया था।

बीजेपी के कई पदों पर रह चुकी हैं प्रीति सूरी

प्रीति सूरी बीजेपी के कई पदों पर रह चुकी हैं। वे भाजपा की कटनी जिला महामंत्री रही हैं। वे पहली बार 2009 में महारानी लक्ष्मी बाई वार्ड से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़कर पार्षद बनीं और मेयर इन काउंसिल की सदस्य बनीं। उन्हें बाल विकास जैसी अहम शाखा की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद 2014 में वे फिर पार्षद बनीं और तब उन्हें नगर निगम में प्रशासनिक शाखा का प्रभारी बनाया गया था। वहीं, उनके पति संजय सूरी 2004 में इसी वार्ड से निर्दलीय के रूप में जीते थे। प्रीति सूरी अपनी ओर से शहर को पानी के टैंकर और शव वाहन की फ्री सर्विस भी दे चुकी हैं। इसके अलावा व्यक्तिगत रूप से भी उनका और उनके परिवार का लोगों से गहरा जुड़ाव रहा है।

बीजेपी ने पूर्व मंत्री संजय पाठक की समर्थक और रेत कारोबारी की पत्नी को दिया था टिकट

भाजपा ने कटनी में सक्रिय कार्यकर्ता प्रीति सूरी की बजाय रेत कारोबारी विनय दीक्षित की पत्नी ज्योति को टिकट दिया था। उन्हें पूर्व मंत्री संजय पाठक का करीबी माना जाता है। जबकि, यहां से भाजपा विधायक संदीप जायसवाल चाहते थे कि प्रीति सूरी को उम्मीदवार बनाया जाए। पाठक ने दावा भी किया था कि ज्योति दीक्षित 51 हजार वोट से जीतेंगी, लेकिन उन्हें प्रीति से हार का सामना करना पड़ा। पाठक ने ज्योति को जिताने की गारंटी तक ली थी।

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