मध्य प्रदेश

आदिवासियों को साधने भाजपा शराब बनाने में देगी छूट, जनजाति सम्मेलन में सीएम शिवराज ने कहा- किसी को नौकरी करने लायक नहीं छोड़ूंगा …

भोपाल/झाबुआ। मध्य प्रदेश में उपचुनाव के माहौल के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने झाबुआ में जनजातीय सम्मेलन में ऐलान किया है कि शराब नीति में आदिवासियों की परंपरा और संस्कृति के मुताबिक बदलाव किया जाएगा। नीति में परिवर्तन कर आदिवासियों को यह छूट दी जाएगी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान झाबुआ जिले में जनजातीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने आदिवासियों के बीच पहुंचकर न केवल नृत्य किया, बल्कि उनकी परंपरा व संस्कृति बचाने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में ऐलान भी किया। मंच से सीएम ने कांग्रेस पर आदिवासियों के साथ केवल छलावा करने के आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आदिवासियों की परंपरा व संस्कृति की रक्षा करना चाहती है। उन्हें पता है कि आदिवासी शराब व्यवसाय करने के लिए नहीं बनाते हैं, बल्कि यह वे अपनी परंपरा का निर्वहन करने के लिए ऐसा करते हैं। इसलिए वे प्रदेश की शराब की नीति में बदलाव करेंगे, क्योंकि अभी आदिवासियों पर शराब बनाने पर मुकदमे लग जाते हैं। नीति में आदिवासियों को इसकी छूट दे दी जाएगी, जिससे वे मुकद्मेबाजी से बच जाएंगे। उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।

पड़ोसी सीट जोबट पर उपचुनाव व आदिवासी वोट बैंक को प्रभावित करने के लक्ष्‌य से झाबुआ में जनजातीय सम्मेलन के बहाने सरकारी खर्च पर अच्छी-खासी भीड़ जुटा ली गई। जब मुख्यमंत्री मंच पर भाषण देने के लिए खड़े हुए तो शुरुआती 16 मिनट ऐसा लगा मानो कोई चुनावी सभा हो रही है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों को अब वह सब कुछ मिलेगा, जो कांग्रेस ने 50 सालों में कभी नहीं दिया। 15 नवंबर को बिरसा मुंडा जयंती भव्य रूप में प्रदेशभर में मनेगी और भोपाल में मुख्य कार्यक्रम होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से गरीबों की तकदीर बदल रही है। आपकी सरकार आपके द्वार के तहत राशन अब घर-घर भिजवाया जाएगा। 25 हजार रुपये परिवहन करने के बेरोजगारों को मिलेंगे और वे घर-घर जाकर राशन वितरित करेंगे। राशन लेने के लिए ग्रामीणों को समय खराब कर दुकानों पर नहीं जाना पड़ेगा।

मुख्यरमंत्री ने कहा कि हम राशन आपके द्वार योजना चलाएंगे। गाड़ियों में राशन आपके गांव आएगा। आदिवासी नौजवान ही गाड़ी का मालिक होगा। हम बैंक की गारंटी लेंगे, बैंक गाड़ी के लिए फाइनेंस करेगा। 26 हजार रु महीना देंगे, 10 हजार रु. में गाड़ी की क़िस्त निकलेगी, 16 हजार रु में राशन बांटेगा और रोजगार भी मिल जाएगा। उन्हों ने कहा कि हमारी परम्पराओं और संस्कृति को बढ़ावा देने में हम कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। हमारी संस्कृति में आनंद है। हर साल धूमधाम से झाबुआ उत्सव मनाया जाएगा, जहां बेटे-बेटी और कलाकारों को प्रदर्शन का पूरा अवसर मिलेगा।

मंच पर सुलोचना रावत आगे और माधोसिंह बैठे पीछे-  सभा के पूर्व ही जोबट की पूर्व विधायक सुलोचना रावत व उनके पुत्र विशाल रावत मंच पर मौजूद रहे। दोनों हाल ही में कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। माना जा रहा है कि रावत परिवार से ही जोबट विधानसभा उपचुनाव में भाजपा अपने उम्मीदवार का चयन करने जा रही है। मंच पर जोबट की पूर्व कांग्रेस विधायक सुलोचना रावत आगे की पंक्ति में बैठी, वहीं भाजपा के पूर्व विधायक माधोसिंह डाबर को पीछे की पंक्ति में स्थान मिला। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई सुलोचना का भीड़ से मुख्यमंत्री ने शुरुआत में परिचय करवाया और भाषण के अंत में सभी उपस्थितजनों से मुट्ठी बांधकर व हाथ ऊंचे करवाकर मामा व भाजपा का साथ देने का भी संकल्प दिलवाया। इतना ही नहीं सरकारी सम्मेलन में ही पेटलावद क्षेत्र के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं का सम्मान भी हो गया।

शराब के बहाने आदिवासी वोटर पर निशाना- मध्य प्रदेश में खंडवा लोकसभा और रैगांव, जोबट व पृथ्वीपुर विधानसभा सीटों पर इसी महीने उपचुनाव होने जा रहे हैं, जहां आदिवासी वोटर की संख्या काफी अधिक है। खंडवा लोकसभा सीट की ज्यादा विधानसभा सीटों पर आदिवासी वोट बहुतायत में हैं तो जोबट विधानसभा सीट तो आदिवासी बहुल आलीराजपुर जिले में ही है। इसी तरह पृथ्वीपुर व रैगांव सीटों पर भी आदिवासी वोटर ज्यादा संख्या में हैं।

किसी को नौकरी करने लायक नहीं छोड़ूंगा- सीएम- झाबुआ में शिवराज ने सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों को एक बार फिर चेताया कि गड़बड़ी करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे। आदिवासियों की जमीन बंटवारे, नामांतरण में जिसने ने भी पैसे लिए तो उसे नौकरी करने लायक नहीं छोड़ूंगा। सीएम ने सम्मेलन में मंच से घोषणा की कि प्रदेश में 7 अक्टूबर से बंटवारे और नामांतरण के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। कई परिवारों को समय पर नामांतरण-बंटवारा नहीं होने से शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। इसके लिए जरूरी है जनता का काम समय पर बिना कुछ लिए-दिए पूरा हो जाए। शिवराज सिंह एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश की है। अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ अपने विरोधियों को भी शिवराज चौहान ने संदेश पहुंचाया है कि आदिवासी समाज संस्कृति के अनुरूप मामा ने आज तीर कमान पर चढ़ा दिया है, सरकार में कोई गड़बड़ी हुई तो तीर सीधे निशाने पर ही लगेगा।

आवास प्लस के सर्वे के निर्देश- मुख्यमंत्री ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया को आवास प्लस का सर्वे फिर शुरू करने के निर्देश दिए हैं। मंत्री सिसौदिया मंच पर ही मौजूद थे. सीएम ने कहा कि प्रदेश में कोई बिना आवास के नहीं रहेगा। 2011 के सर्वे में कई लोगों के नाम छूट जाने की शिकायत मिल रही है. इसके लिए प्रदेश में दोबारा सर्वे करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने केवल आदिवासी समाज का शोषण किया है, ठगा है। बीजेपी सरकार ने आदिवासी समाज के लिए विकास के द्वार खोल दिए। स्कूल, कॉलेज, छात्रावास खोलने के साथ ही आदिवासी बंधुओं के लिए बीजेपी सरकार ने अपना पिटारा खोल दिया है।

मुख्यमंत्री ने यह घोषणाएं भी कीं

  • – दो हजार करोड़ की नर्मदा योजना से झाबुआ-आलीराजपुर जिले को पानी देंगे।
  • – झाबुआ के आदर्श महाविद्यालय में पीजी क्लास खोली जाएंगी।
  • – संबल योजना फिर से शुरू होगी।
  • – भोपाल-झाबुआ में नहीं, बल्कि पेसा एक्ट लागू होने से अब गांवों की विकास योजनाएं ग्रामसभाएं ही बनाएंगी।
  • – 15 नवंबर को सिकलसेल दिवस मनाते हुए सभी की जांच होगी।
  • – बैकलॉग भर्तियां होंगी।
  • – हर गांव में चार बेरोजगार को रोजगार मिलेगा, आवास भी वे ही बनाएंगे।
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