रायपुर (गुणनिधि मिश्रा) । जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक अमित जोगी ने अपने विधायकी से मिलने वाली पेंशन राशि से एक लाख रूपए का सहयोग हरदेव सिन्हा के पिता को दी है। साथ ही कहा है कि सभी राजनीतिक दलों को राजनीति से ऊपर उठकर यह संकल्प लेना चाहिए कि छत्तीसगढ़ में कोई और युवा स्वर्गीय योगेश साहू और हरदेव बनने के लिए मजबूर न हो।
केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार चुनाव के समय अपने वायदों में बेरोजगारी को एक प्रमुख मुद्दा बनाते हैं। यह इसलिए कि हर राज्य में लाखों की संख्या में बेरोजगार हैं। जब तक बेरोजगारों को लुभावने वायदे नहीं किया जाएगा तब तक वोट कैसे मिलेगा। राज्य की सरकारें लाखों को रोजगार देने और केंद्र सरकार करोड़ों को रोजगार देने की बात चुनाव के समय कहती है लेकिन चुनाव समाप्त हो जाने के बाद रोजगार और बेरोजगारी का मुद्दा 5 साल के लिए समाप्त हो जाता है। पढ़-लिख लेने के बाद युवा वर्ग में यह हीन भावना घर कर जाती है कि अब वे करें तो करें क्या ? मजदूरी या छोटे-मोटे काम कर नहीं सकते। प्राइवेट नौकरी करके धक्के खाते रहते हैं और जो ऊबर नहीं पाते वे इस तरह के आत्मघाती कदम उठाते हैं।
गौरतलब है कि 29 जून को धमतरी में रहने वाले हसदेव सिन्हा ने मुख्यमंत्री निवास के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया। हसदेव मुख्यमंत्री से मिलना चाहता था। बेरोजगारी से तंग था और आखिर में प्रताड़ना के कारण आत्मदाह करने का प्रयास किया। पहले यह कहा गया कि हसदेव मानसिक रूप से विक्षिप्त था फिर बाद में इस बयान को दुरुस्त किया गया। आत्मदाह की कोशिश किए जाने की न्यायिक जांच किए जाने की मांग जोगी कांग्रेस के विधायकों ने कल की थी। आज जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक अमित जोगी ने अस्पताल पहुंचकर हसदेव सिन्हा से मुलाकात की। इलाज कर रहे चिकित्सकों से बात की। चिकित्सकों ने यह बताया कि हसदेव 65 प्रतिशत से अधिक जल चुका है। उसकी हालत बेहद नाजुक है।
अमित जोगी ने अपनी विधायक पेंशन से 1 लाख रूपए की सहायता राशि हसदेव के पिता प्यारेलाल सिन्हा को दी है। उन्होंने यह कहा है कि छत्तीसगढ़ के सभी राजनीतिक दलों को राजनीति से उपर उठकर यह संकल्प लेना होगा कि कम से कम छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी से त्रस्त होकर कोई युवा आत्मदाह करने की कोशिश न करें। भविष्य में किसी भी युवा को स्वर्गीय योगेश साहू या हरदेव सिन्हा बनने के लिए बनने के लिए मजबूर न होना पड़े।