छत्तीसगढ़रायपुर

दो महीने से बंद कोयला खदान को शुरू करने की मांग को लेकर सरगुजा संभाग के ग्रामीण पहुंचे सीएम हाउस…

रायपुर। सरगुजा जिले के उदयपुर तहसील में विगत 10 वर्षों से परसा ईस्ट एवं केरो मासेन कोयला खदान का संचालन किया जा रहा है. इस खदान के संचालन से खदान प्रभावित परिवारों के साथ-साथ आसपास के स्थानीय लोगों के परिवारों की रोजी-रोटी चलती है. जमीन अधिग्रहण करने वाले 14 गांव के 700 सौ कर्मचारियों को मिलाकर कुल 5 हजार कर्मचारी सीधे तौर पर प्रभावित हो रहे हैं.

सरगुजा संभाग के 7 गांव के ग्रामीण शुक्रवार को सीएम हाउस पहुंचे. ग्रामीण 2 महीने से बंद परसा ईस्ट एवं कोयला खदान चालू करने की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों ने एक महीने अंदर खदान चालू नहीं होने पर हड़ताल की चेतावनी दी है. इसकी शुरुआत साली मोड़ नेशनल हाइवे से करेंगे.

राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के परसा ईस्ट एवं के बासेन कोयला खदान के संचालन हेतु भूमि उपलब्ध कराने सरगुजा क्षेत्र के लोगों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा. प्रभावित ग्रामीण खदान चालू करने की मांग को लेकर पहले भी क्षेत्रीय विधायक टीएस सिंहदेव और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ज्ञापन सौंप चुके हैं. यही नहीं इंदौर जाकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी ज्ञापन सौंप चुके हैं.

प्रभावित परिवारों का कहना हैं कि खदान खुलने के पूर्व हम लोगों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय थी. यहां रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का अभाव था, लेकिन जब से परसा ईस्ट एवं केते बासेन कोयला खदान चालू हुआ है, तब से क्षेत्र का विकास होना शुरू हुआ है. इस खदान के खुलने से यहां पर हजारों लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त हुआ. ये सभी यहां पर नौकरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं.

ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य सुविधा का ध्यान रखते हुये राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड द्वारा 100 बिस्तरों का सर्वसुविधायुक्त अस्पताल ग्राम साली में खोला जाना है, वहीं कंपनी द्वारा खोले गये स्कूल में 10वीं कक्षा तक का संचालन किया जा रहा था, जिसके इस वर्ष कक्षा 11वीं एवं 12वीं तक संचालित किए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है, जिससे हमारे बच्चे उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे.

बता दें कि वर्तमान में परसा ईस्ट एवं करो मासेन कोयला खदान में खनन कार्य के लिए भूमि की अनुपलब्धता की वजह से खदान बंद हो रहा है. हर दिन बढ़ी-बड़ी मशीनें व ऊपर प्रदान से बाहर जा रहे हैं, इसके साथ खदान से मजदूर निकाले जा रहे हैं. इससे प्रतीत होता है. कि आने वाले दिनों में परसा ईस्ट एवं केरो मासेन कोयला खदान में भूमि अनुपलब्ध होने के कारण बंद हो जाएगी. हजारों लोगों की रोजी-रोटी छिन जाएगी, और हमारे परिवार का जीवन अंधकारमय हो जाएगा.

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