लेखक की कलम से

तिलका मांझी राष्ट्रीय सम्मान के लिए चुनी गई आसनसोल की युवा लेखिका रीमा मिश्रा …

नई दिल्ली। लेखन क्षेत्र में मात्र छह महीने की न्यूनावधि में बेहतर योगदान के लिए आसनसोल की युवा लेखिका एवं कवयित्री तिलका मांझी राष्ट्रीय सम्मान 2020 के लिए चयनित की गई हैं। आपको बता दें कि यह कार्यक्रम अंग मदद फाउंडेशन भागलपुर स्वाधीनता सेनानी शुभकरण चूड़ीवाला की याद में  तिलकामांझी विश्वविद्यालय भागलपुर परिसर स्थित दिनकर भवन में आयोजित किया जाता है।

यह सम्मान देश एवं विदेश में अपने अपने क्षेत्र में कर रहें कई सारे कार्यों जैसे लेखन,गायन,पत्रकारिता एवं समाज सेवा जैसे अन्य कई कार्यों के में बेहतर प्रदर्शन के लिए दिया जाता है। अंग मदद फॉउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष जनसत्ता के वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतातं एवं सचिव वंदना झा हैं।

रीमा मिश्रा  निजी विद्यालय में शिक्षिका होने के साथ साथ लेखन कार्य में पिछले छः महीनों से जुटी हुई हैं,और इस छः महीनों में देश के लगभग सारे प्रान्तों के अखबारों एवं कई राष्ट्रीय एवं अंतरास्ट्रीय पत्रिकाओं में आलेख एवं कवितायें लिख चुकी हैं, साथ ही रीमा विदेशों में भी अपने लेखन का विस्तार कर चुकी हैं अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, फिजी, पिट्सबर्ग, न्यूयॉर्क के कई हिंदी भाषी मासिक एवं दैनिक पत्रिकाओं में लिख चुकी हैं, साथ ही इनके अभी तक चार काव्य संग्रह एवं दो लघुकथा संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं,और अभी निरन्तर लेखन में सक्रिय हैं।

रीमा दर्जनों सम्मान अपने नाम कर चुकी हैं,  किन्तु तिलका मांझी राष्ट्रीय सम्मान उनके जीवन का दूसरा राष्ट्रीय सम्मान है जिसका श्रेय वे पिता देवदत्त मिश्रा एवं बड़े भाई लक्ष्मण एवं अमित को देना चाहती हैं, क्योंकि ये सम्मान प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उन्ही के आशीर्वाद का प्रतिफल है।

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