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असम में दो समूहों के बीच झड़प हो जाने से सात प्रशिक्षु हुए घायल, तैनात किए गए सीनियर IPS अधिकारी

असम  
असम के गोलाघाट जिले में लचित बोरफुकन पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे मणिपुर पुलिस के कैडेट के दो समूहों के बीच झड़प हो जाने से कम से कम सात प्रशिक्षु घायल हो गए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। डेरगांव स्थित अकादमी में एक प्रशिक्षु रात के खाने के समय स्थानीय बाजार से शराब लेकर आया था जिसके बाद उसने तथा एक अन्य प्रशिक्षु ने एक दूसरे को अपशब्द कहें और फिर दोनों में हाथापाई शुरू हो गई।

अकादमी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने  बताया कि यह हाथापाई दो समूहों के बीच संघर्ष में बदल गई। उन्होंने कहा, ''मारपीट के कारण मणिपुर के सात प्रशिक्षु घायल हो गए। तीन घायलों को बेहतर इलाज के लिए जोरहाट चिकित्सकीय महाविद्यालय एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि चार घायलों को स्थानीय अस्पताल में भेजा गया और उन्हें प्रारंभिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।''

     असम के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस अकादमी में झड़प मणिपुर के युवा प्रशिक्षुओं के बीच हुई। उन्होंने कहा, ''हमारी अकादमी में प्रशिक्षण का मार्गदर्शन करने वाले सिद्धांतों से भटकने की किसी के लिए कोई गुंजाइश नहीं है।'' उन्होंने कहा, ''किसी भी प्रकार के अनुचित व्यवहार को प्रशिक्षण संबंधी कड़े कदम उठाकर दुरुस्त किया जाएगा।''

      सिंह ने दावा किया कि रात के भोजन के वितरण को लेकर प्रशिक्षुओं के बीच हाथापाई हुई। उन्होंने असम पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में जमीन पर बैठे प्रशिक्षुओं की कई तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने कहा, ''यह मामला अब सुलझ गया है। रेंज आईजीपी (पुलिस महानिरीक्षक) और डीआईजी (उप महानिरीक्षक), प्रशिक्षण कैडेट के साथ हैं।''

      अकादमी के एक अधिकारी ने बताया कि मणिपुर पुलिस ने स्थिति की समीक्षा करने के लिए राज्य के एक वरिष्ठ आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी को तैनात किया है।  मणिपुर पुलिस ने शनिवार देर रात 'एक्स' पर लिखा, ''स्थिति का जायजा लेने के लिए मणिपुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी एम. प्रदीप सिंह (आईपीएस) को कल डेरगांव में तैनात किया जा रहा है।'' उसने कहा कि मणिपुर पुलिस मामले पर नजर रख रही है और स्थिति नियंत्रण में है।

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