पेण्ड्रा-मरवाही

ओएसडी शिखा राजपूत, सूरज सिंह सहित अधिकारियों ने किया गुरुकुल, टीकरकला, आईटीआई, शिक्षा महाविद्यालय और डाइट पेंड्रा का निरीक्षण

पेंड्रा। नवगठित गौरेला पेंड्रा मरवाही के लिए दो दिनों में अधिकारियों ने गुरुकुल, टीकरकला छात्रावास, आईटीआई, शासकीय शिक्षण महाविद्यालय और डाइट पेंड्रा का निरीक्षण किया। अब यह माना जा रहा है कि इन पांच स्थानों में भी कहीं एक कलेक्टोरेट तय किया जाएगा। अधिकारियों के लिए आवास की व्यवस्था के संबंध में भी चर्चा हुई और कुछ जगह देखने भी गए।

गौरेला पेंड्रा मरवाही के लिए नियुक्त ओएसडी शिखा राजपूत, ओएसडी पुलिस सूरज सिंह सहित अधिकारियों ने कलेक्टोरेट के लिए जगह तलाशने का काम शुरू कर दिया है। कल और आज में पांच जगहों में जाकर अधिकारियों ने भवन और वहां उपल्ब्ध सुविधाओं का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने गुरुकुल का निरीक्षण किया। गुरुकुल में ज्यादातर पुराने भवन हैं। यह काफी बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। लगातार चर्चा में रहा टीकरकला छात्रावास को देखने गए जो अभी पूर्ण होने की स्थिति में है। यहां पर छात्रावास के हिसाब से 125 कमरे बनाए गए हैं।

कलेक्टोरेट के लिए चिन्हांकित भवन में एक आईटीआई भी है। इसका कैम्पस काफी बड़ा है। इसे भी अधिकारियों ने अंदर और बाहर मुआयना किया। शासकीय शिक्षण महाविद्यालय को भी लोगों ने कलेक्टोरेट के लिए सुझाव दिया था। यहां भी अधिकारियों ने कालेज भवन और छात्रावासी भवन का निरीक्षण किया। इसके अलावा डाइट पेंड्रा भी कलेक्टोरेट के लिए उपयोगी भवन के रूप में चिन्हांकित था। इसका भी सभी अधिकारियों ने निरीक्षण किया।

कलेक्टोरेट के लिए दो दिन तक किए गए निरीक्षण में अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों की भी बातें सुनी। उनके सुझावों को ध्यान में रखा। बताया गया कि अभी सभी भवनों में कलेक्टोरेट व सभी विभागों के लिए आवश्यक कमरे व सुविधाओं पर दिया गया। सभी भवनों में कितने कमरे हैं, वहां का एरिया कितना है। आगे निर्माण कार्य होगा तो पर्याप्त जगह है कि नहीं, पार्किंग की व्यवस्था जैसे प्राथमिक जरुरतों को अलग-अलग नोट किया गया। अब यह माना जा रहा है कि इन पांच जगहों में से ही किसी एक का चयन कलेक्टोरेट के लिए किया जाएगा।

कलेक्टोरेट भवन के साथ-साथ आवासीय व्यवस्था पर भी आज गौर किया गया। आवास के लिए कुछ बंगलों को चिन्हांकित किया गया है। अधिकारियों ने कुछ जगहों में जाकर बंगले का निरीक्षण भी किया। सूत्रों ने बताया कि कलेक्टोरेट के लिए अभी सेटअप शासन से नहीं मिला है। अधिकारियों और कर्मचारियों से विकल्प मांगे गए हैं। यह भी अभी स्पष्ट नहीं है। एसपी बिलासपुर ने सभी थाना प्रभारियों को एक परिपत्र भेजकर गौरेला पेंड्रा मरवाही जाने के इच्छुक अधिकारियों और कर्मचारियों से आवेदन मांगे थे। यह भी अभी स्पष्ट नहीं है कि कितने पुलिस कर्मचारी नवगठित जिले में जाने के इच्छुक हैं।

आज ओएसडी शिखा राजपूत, ओएसडी पुलिस सूरज सिंह, एडीशनल कलेक्टर साहू, एडीशनल एसपी श्वेता पांडे, एसडीएम मंयक चतुर्वेदी, एसडीओपी अशोक वाडेगांवकर सहित गौरेला पेंड्रा मरवाही के जनप्रतिनिधि और प्रमुख लोग निरीक्षण के दौरान अधिकारियों के साथ थे।

पेंड्रा में हो कलेक्टोरेट

नए जिले गौरेला पेंड्रा मरवाही की प्रथम कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत द्वारा नए बनने वाले जिला मुख्यालय के लिए भवन निरीक्षण किया गया। इस दौरान उनसे मिलकर पेंड्रा स्थित फिजिकल कालेज भवन या आईटीआई भवन में जिला मुख्यालय खोलने का निवेदन किया। प्रमुख रूप से जोगी कांग्रेस के युवा नेता व नगर पंचायत पेंड्रा के उपाध्यक्ष पंकज तिवारी, कांग्रेसी नेता इकबाल सिंह, युवा नेता संतोष साहू, उज्जव तिवारी सहित पेंड्रा के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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