मरवाही में व्यापारी व दुकानदार 1 व 2 रुपये के सिक्कों को लेने से कर रहे मना
मरवाही (अनुपम शुक्ला)। प्राचीन काल से ही सिक्के क्रय विक्रय व विनिमय का प्रमुख साधन रहा है। शायद इसलिए आज करंसी के जमाने मे भी सिक्के चलन में हैं और सरकार भी समय समय पर नये-नये सिक्के जारी करते रहती है। हमारे घरों के बच्चे आज भी अपने गुल्लक में सिक्के ही रखना पसंद करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसी भी कर्मचारियों को नौकरी से न निकालने और इस संकट की घड़ी में उन्हें वित्तीय मदद करने की अपील की है। विशेषकर गरीब व मजदूर वर्ग को। पर इस लॉक डाउन में वित्तीय मदद की बात तो दूर ग्राहकों से 1 व 2 रुपये के सिक्कों को किसी भी व्यापारी व दुकानदार द्वारा नहीं लिया जा रहा है। मामला मरवाही का है। जहां दुकानदारों व व्यापारियों द्वारा 1 व 2 के सिक्कों को नहीं लिया जा रहा है।
यही आलम क्षेत्र के विभिन्न गांवो के दुकानों का है जहां कोई भी दुकानदार किसी भी ग्राहक से एक व दो रुपये के सिक्कों को नहीं ले रहा है। उन छोटे दुकानदारों का कहना है कि हम लोग इन सिक्कों को लेकर क्या करेंगे, जब बड़े व्यापारी ही हमसे इन सिक्कों को नहीं ले रहे हैं। मरवाही के एक व्यापारी ने इस सत्यता की पुष्टि भी की है कि एक और दो के सिक्कों को कोई भी व्यापारी नहीं ले रहा है। जबकि कानूनन जो मुद्रा प्रचलन में है उसे लेने से कोई इनकार नहीं कर सकता है और यदि कोई व्यक्ति अथवा संस्था इन सिक्कों को लेने से इनकार करता है तो कानूनन उसके खिलाफ भारतीय मुद्रा अधिनियम व अन्य धाराओं में अपराध भी बनता है।
पर बेपरवाही का आलम यह है कि यहां व्यापारी व दुकानदार बेखौफ इन सिक्कों को लेने से मना कर रहे है। इन सिक्कों को लेने से मना करने पर लोगों के पास 1 व 2 रुपये के सिक्कों का भंडार सा हो गया है और अब गरीब वर्ग इनके चलन को लेकर सशंकित भी है। ज्ञात हो कि पूरे देश मे इस समय 1, 2, 5 व 10 के ही सिक्के प्रचलन में है और शीघ्र ही 20 रुपये का सिक्का भी बाजार में आने वाला है।
वहीं इस संबंध में मरवाही के थाना प्रभारी सुनील कुमार कुर्रे से बात की गई तो उनका कहना है कि जिन सिक्कों का प्रचलन हैं उन्हें लेने से कोई इनकार नहीं कर सकता है। पर अभी हमें इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर किसी व्यापारी अथवा ग्राहक की शिकायत मिली तो संबंधित के खिलाफ विधिसम्मत कड़ी कार्यवाही की जाएगी।