मध्य प्रदेश

चुनावी साल में कांग्रेस का बड़ा दांव: कांग्रेस की सरकार बनी तो एमपी में पुरानी पेंशन लागू करने की घोषणा की

पूर्व सीएम कमलनाथ बोले- कर्मचारियों को हम देंगे सम्मान का जीवन

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ चुनावी साल आते ही चुनावी मूड में आ गए हैं। कमलनाथ ने एक के बाद एक तीन बड़े दांव खेले हैं। कमलनाथ ने कहा है कि हमारी सरकार बनते ही मध्यप्रदेश में भी पुरानी पेंशन बहाल की जाएगी। संविदाकर्मियों को नियमित किया जाएगा और दिव्यांग पेंशन को भी बढ़ाया जाएगा। कमलनाथ का बयान ऐसे समय में आया है, जब मध्यप्रदेश में इसी साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

पूर्व सीएम कमलनाथ ने सोमवार को ट्वीट कर कहा है कि भाजपा की नई पेंशन योजना ने कर्मचारियों और उनके परिवारों से जीवन-यापन का हक छीन लिया है। हजारों में वेतन पाने वाले शिक्षकों को परिवार पालने के लिए सैकड़ों में पेंशन मिल रही है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही हम पुरानी पेंशन योजना को लागू कर देंगे और सरकारी कर्मचारियों को सम्मान का जीवन देंगे। ज्ञात हो, पूर्व में कमलाथ ने पुरानी पेंशन लागू करने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी पत्र लिखा था। इस पत्र में पुरानी और वरिष्ठता बहाली महासभा मध्यप्रदेश एवं राज्य शिक्षक कांग्रेस के ज्ञापन का उल्लेख किया था। वहीं एक ट्वीट भी किया था, जिसमें उन्होंने कांग्रेस सरकार बनते ही पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की बात कही थी।

राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड में लागू है पुरानी पेंशन, अब हिमाचल में भी लागू होगी

ज्ञात हो, वर्तमान में पुरानी पेंशन को तीन कांग्रेस शासित राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड तथा आम आदमी पार्टी शासित पंजाब सहित चार राज्यों में बहाल कर दिया गया है। अब हिमाचल में भी कांग्रेस की सरकार आ गई है, इसलिए कांग्रेस वहां भी पुरानी पेंशन को लागू करने जा रही है। हिमाचल प्रदेश के चुनाव से पहले कांग्रेस ने वायदा किया था कि हमारी सरकार सत्ता में आते ही हम सरकारी कर्मचारियों से किया वादा पूरा करेंगे। पहली ही कैबिनेट में इसे लागू कर दिया जाएगा। इसे लेकर तैयारी भी तेज हो गई है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि इसी माह कर्मचारियों को इसका लाभ मिलने लगेगा।

संविदा कर्मियों को भी नियमित करने का वादा कर चुके हैं कमलनाथ

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ 29 दिसंबर को ट्वीट कर संविदा कर्मियों को भी नियमित करने का वादा कर चुके हैं। इससे पहले हुए विधानसभा चुनाव में शिवराज सरकार ने भी संविदा कर्मियों को नियमित करने का आश्वासन दिया था। लेकिन, संविदा कर्मचारी आज तक नियमित होने का इंतजार कर रहे हैं। 29 दिसंबर को कमलनाथ ने ट्वीट कर घोषणा की थी कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही संविदाकर्मियों को नियमित किया जाएगा। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में डेढ़ लाख से अधिक संविदाकर्मी और 32 हजार से अधिक संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी इन दिनों हड़ताल कर रहे हैं। इसके चलते स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई हुई हैं।

पूर्व में दिव्यांगों की पेंशन बढ़ाने की घोषणा कर चुके

29 दिसंबर को ही पूर्व सीएम कमलनाथ ने घोषणा की थी कि हमने दिव्यांगों की पेंशन को 300 से बढ़ाकर 600 रुपए किया और हम इसे 1000 रुपए करने जा रहे थे। लेकिन, सौदेबाजी से हमारी सरकार गिरा दी गई और दिव्यांगों का 1000 रुपए प्रतिमाह पेंशन का हक मारा गया। मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही हम दिव्यांगों की पेंशन को बढ़ाकर 1000 रुपए करेंगे।

Back to top button