मध्य प्रदेश

सीधी केस के पीड़ित से मिले सीएम शिवराज, पैर धोकर किया सम्मान, मांगी माफी

सीएम शिवराज ने घटना पर दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि मन द्रवित है। सीएम ने पीड़ित को अपना सुदामारूपी मित्र कहा।

भोपाल। सीधी कांड के पीड़ित आदिवासी दशमत रावत से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज गुरुवार को सीएम हाउस में मुलाकात की। पीड़ित दशमत सुबह करीब 10 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। मुख्यमंत्री चौहान ने दशमत को कुर्सी पर बैठाकर उनके पैर धोए। इसके उपरांत तिलक लगाया, आरती उतारी और शाल ओढ़ाकर सम्मान किया। सीएम शिवराज ने दशमत के साथ हुई घटना पर दु:ख व्यक्त करते हु कहा कि इससे मन द्रवित है। मुख्यमंत्री ने दशमत से उस घटना के लिए माफी भी मांगी। उन्होंने दशमत को भगवान गणेश की एक मूर्ति भी भेंट की। इसके अलावा सीएम ने दशमत के साथ मिलकर पौधारोपण किया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री निवास में सीधी के पीड़ित दशमत रावत को पुष्पहार पहनाकर सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री निवास में सीधी के पीड़ित दशमत रावत को पुष्पहार के साथ शॉल भी ओढ़ाई।

दशमत से बोले शिवराज… ‘आप मेरे सखा’

सीएम शिवराज ने दशमत से उनके परिवार और रोजगार के बारे में पूछा और अनेक विषयों पर चर्चा की। सीएम ने दशमत से पूछा कि घर चलाने के क्या साधन है, शासन की कौन-कौन सी योजनाओं का लाभ मिल रहा है! बेटी लाड़ली लक्ष्मी है? पत्नी को लाड़ली बहना का लाभ मिल रहा है? आवास योजना का लाभ मिला है या नहीं? सीएम ने दशमत से कहा कि बेटी को पढ़ाना है, बेटियां आगे बढ़ रही है! उन्होंने दशमत को सुदामा की संज्ञा दी कहा कि आप मेरे सखा हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री निवास में सीधी के पीड़ित दशमत रावत के साथ स्वल्पाहार किया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री निवास में सीधी के पीड़ित व्यक्ति दशमत रावत को श्रीफल के साथ गणेश प्रतिमा भेंट की।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी के पीड़ित दशमत रावत के साथ स्मार्ट सिटी पार्क में पौध-रोपण किया।

कमलनाथ ने कहा… मन का मैल धोने की भी है आवश्यकता

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मप्र में आदिवासी समूह पर अत्याचार और सीधी में हुई अमानवीय घटना पर कहा कि 18 साल की शिवराज सिंह सरकार ने मध्यप्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की ऐसी बदहाल व्यवस्था बनाई है कि कोई व्यक्ति, कोई समुदाय सुरक्षित नहीं है। मध्यप्रदेश का आदिवासी समाज आज गहरे संकट में है। आदिवासियों पर मध्यप्रदेश में सर्वाधिक अत्याचार और क्रूर घटनाएं हो रही हैं। नेमावर में हुए आदिवासी नरसंहार में मासूम बच्ची सहित परिवार के 6 सदस्यों को मारकर जमीन में गाड़ दिया गया, उसके परिजन आज तक न्याय के लिए भटक रहे हैं। आज आवश्यकता पैर धोने की ही नहीं मन का मैल धोने की भी है।

अरुण यादव बोले… अगवा कर लाए भोपाल

सीधी पेशाब कांड के पीड़ित से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सीएम हाउस में मुलाकात को लेकर भी अब सियासत गरमा गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कहा कि घिनौनी घटना देश की धरती पर हुई है। इसके बाद भी मुख्यमंत्री को पीड़ित परिवार से जाकर मिलने का समय नहीं मिला। प्रशासन की मदद से पीड़ित दशमत को भोपाल लाया गया। उसकी पत्नी को भी इसकी जानकारी नहीं दी गई। पीड़ित के पैर धोकर एक इवेंट की तरह पेश किया गया है। एक आदिवासी के साथ में घिनौनी हरकत हुई। इस घटना का वीडियो पूरे देश ने देखा है। आरोपित भारतीय जनता पार्टी के विधायक का प्रतिनिधि है। कमल नाथ भी मौके पर नहीं गए? इस पर अरुण यादव ने कहा कि कमलेश्वर पटेल समेत कांग्रेस के कई नेता मौके पर मौजूद हैं। आदिवासी समाज भारतीय जनता पार्टी को कभी माफ नहीं करेगा।

 

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