राजस्थान

देशभर के विधायकों के सामने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उठाया हॉर्स ट्रेडिंग का मुद्दा, कहा- चुनी हुई सरकारें गिराने की गलत परम्परा बन चुकी है…

जयपुर। राजस्थान के यशस्वी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देशभर के विधायकों के बीच हॉर्स ट्रेडिंग और दलबदल का मामला उठाकर इशारों इशारों में बीजेपी पर हमला बोला. मुंबई में 15 से 17 जून तक आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए CM गहलोत ने कहा कि वर्तमान समय में होर्स ट्रेडिंग के माध्यम से चुनी हुई सरकारें गिराने की गलत परम्परा बन चुकी है.यह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है. मंच कोई भी हो लेकिन जब जनप्रतिनिधियों का कार्यक्रम हो तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजनीतिक हालातों पर खरी खरी कहने से नहीं चूकते.मुंबई में तीन दिवसीय राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन चल रहा है.

प्रदेश के कई विधायक इसमे गए है.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नहीं जा सके, लेकिन आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्मेलन से जुड़कर खुलकर बात रखी.खासकर हॉर्स ट्रेडिंग व दल बदलकर को लेकर मुख्यमंत्री ने सभी दलों के विधायकों व प्रमुख नेताओं के बीच जोरदार तरीके से उठाया.मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि वर्तमान समय में होर्स ट्रेडिंग के माध्यम से चुनी हुई सरकारें गिराने की गलत परम्परा बन चुकी है.यह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है.उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों का यह कर्तव्य है कि वे किसी भी कीमत पर दल बदल न करें और अपनी पार्टी के प्रति पूरी निष्ठा और सर्मपण बनाये रखें.

पूर्व उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष शिवराज पाटिल,  मीरा कुमार,  सुमित्रा महाजन, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी सहित विभिन्न विधानसभाओं-विधानपरिषदों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, विधानपरिषदों के सदस्य एवं विधायक की मौजूदगी में गहलोत ने भ्रष्टाचार के मामले पर भी झकझोरा.गहलोत  के कहा कि राजनीति में किसी भी पद पर जाने के बाद नम्रता और सादगी बनी रहनी चाहिए, जिससे हम नई पीढ़ी को प्रेरित कर पाएंगे.अन्याय और भ्रष्टाचार करने वाला चाहे कितना भी करीबी हो, हमें उसका साथ नहीं देना चाहिए.इससे जनप्रतिनिधियों की विश्वसनीयता बनी रहेगी और हम सुशासन दे पाएंगे.

अशोक गहलोत ने कहा कि राजनीति सेवा का माध्यम है.राजनीति में आने के बाद जनप्रतिनिधि का धर्म पूरी ईमानदारी, निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ जनता की सेवा करना होना चाहिए.राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में पूरे देश के विधायकों का एक साथ संवाद करना लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है.मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में पक्ष और विपक्ष में विचारधारा की लड़ाई होती है.इसे निजी रूप नहीं देना चाहिए.उन्होंने कहा कि पहले पक्ष और विपक्ष में विभिन्न मुद्दों पर मतभेद होने के बावजूद सौहार्द बना रहता था, किन्तु वर्तमान समय में यह परम्परा खत्म होती जा रही है.इसे फिर से लौटाने के लिए केन्द्र और राज्यों में सत्ता पक्ष को पहल करने की आवश्यकता है.

इस मौके पर गहलोत ने अपने सरकार के काम भी गिनाए.गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किये गये नवाचारों की देशभर में चर्चा हो रही है.मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना और इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना जैसी अनूठी पहल की सर्वत्र सराहना हो रही है. गहलोत ने कहा कि अब समय आ गया है कि देशभर में समाज के जरूरतमंद और असहाय वर्ग को सामाजिक सुरक्षा की गारंटी दी जाए जिससे वे सम्मानपूर्वक अपना जीवन निर्वाह कर सकें.इसके लिए केन्द्र सरकार को सामाजिक सुरक्षा कानून लागू करना चाहिए.मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया है.

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