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हिमाचल में चार दिनों से लगातार बारिश और बर्फबारी के कारण कई जगह हिमस्खलन और भूस्खलन हुए

शिमला

हिमाचल प्रदेश की स्पीति घाटी में फंसे 81 पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। भारी बर्फबारी होने से सड़कें बंद होने के कारण पर्यटक फंस गए थे। पुलिस ने यह जानकारी दी।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, राज्य में पिछले  चार दिनों से लगातार बारिश और बर्फबारी के कारण कई जगह हिमस्खलन और भूस्खलन हुए। जिसके कारण पांच राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 650 से अधिक सड़कें सोमवार को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहीं।

पुलिस ने एक बयान में कहा, लाहौल-स्पीति जिले की स्पीति घाटी में फंसे 81 पर्यटकों को  सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और विभिन्न होटलों और होमस्टे में ठहराया गया।

 जिला मुख्यालय रिकांगपिओ में करीब एक फुट बर्फबारी दर्ज की गई है। कल्पा में करीब तीन फुट बर्फबारी तो जिले के अंतिम गांव छितकुल में साढ़े चार फुट बर्फबारी दर्ज की गई। कड़छम हैलीपैड के पास हिमस्खलन से ये सड़क यातायात के लिए बंद है। बर्फबारी से राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 निगुलसरी और नाथपा सहित कई स्थानों पर अवरुद्ध होने से इस सड़क पर यातायात पूरी तरह से ठप है। जिले के सभी सम्पर्क मार्ग भी अवरुद्ध हैं।

सिरमौर जिले में भी बारिश का क्रम लगातार जारी है। भारी बारिश के कारण गिरी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इसके चलते गिरी जटोन डैम से पानी छोड़ा गया है। इससे जिले के निचले क्षेत्रों में बाढ़ व भूस्खलन की संभावना पैदा हो गई है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इसे देखते हुए अलर्ट जारी किया है।

शिमला-किन्नौर सड़क कुफरी और नारकंडा में हुए हिमपात के कारण अवरुद्ध है। कुफरी में आधा फुट से अधिक जबकि नारकंडा और खड़ा पत्थर में एक-एक फुट जबकि हाटू पीक, चांशल और चूड़धार चोटियों पर दो-दो फुट से अधिक ताजा हिमपात रिकॉर्ड किया गया है। हिमपात के कारण शिमला-रोहड़ू और शिमला-चौपाल सड़कों पर भी यातायात अवरुद्ध है। शिमला में आज भी वर्षा और ओलावृष्टि का सिलसिला जारी रहा। भारी बारिश से चंबा-तीसा मुख्य मार्ग सहित जिले में दो दर्जन के अधिक मार्ग बंद हैं। मंडी जिले के ऊपरी इलाकों शिकारी देवी, कमरू नाग, जंजैहली, प्रसार झील और अन्य सघनों पर बर्फबारी भी हो रही है। कुल्लू जिले की ऊंची चोटियों, सोलंग नाला, कोठी, पलचान और बिजली महादेव में भी ताजा हिमपात हुआ है।
मौसम में सुधार की उम्मीद

मौसम विभाग ने 4 और 5 मार्च को मौसम में सुधार की संभावना जताई है। इस दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर वर्षा और बर्फबारी होगी। 6 मार्च से वर्षा और बर्फबारी से जुड़ी गतिविधियों में फिर तेजी आएगी।
हिमस्खलन से चेनाब का प्रवाह बाधित

शिमला (एजेंसी) : हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले के एक गांव में रविवार तड़के हिमस्खलन हुआ जिससे चेनाब का प्रवाह बाधित हो गया। अधिकारियों ने बताया कि लाहौल-स्पीति में जसरत गांव के पास दारा झरने पर हिमस्खलन के बाद चेनाब नदी का प्रवाह बाधित हो गया, जबकि जिले में पिछले 24 घंटों में भारी बर्फबारी हुई है। लाहौल-स्पीति के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मयंक चौधरी ने कहा कि जोबरंग, रापी, जसरत, तरंद और थरोट के आसपास के गांवों के निवासियों को सतर्क रहने और आपात स्थिति में निकटतम पुलिस चौकी को सूचित करने की सलाह दी गई है।

बयान में कहा गया है कि इस आदिवासी बहुल जिले में लगभग 290 सड़कें अवरुद्ध हैं और कई इलाकों में पिछले दो दिनों से बिजली नहीं है। लाहौल-स्पीति में भारी बारिश और बर्फबारी के कारण मोबाइल नेटवर्क भी बाधित हो गया है।

अधिकारियों ने कहा कि लाहौल-स्पीति में जसरत गांव के पास हिमस्खलन से दारा झरने पर असर पड़ा चिनाब नदी का प्रवाह बाधित हो गया तथा आसपास के इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया।

उन्होंने जोबरंग, रापी, जसरत, तरंद और थरोट के आसपास के गांवों के निवासियों को सतर्क रहने और आपात स्थिति में निकटतम पुलिस चौकी को सूचित करने की सलाह दी है। इस बीच, राज्य भर में शीतलहर की स्थिति जारी रही।

 

 

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