बिलासपुर। शहर में धूप का असर पिछले दो दिनों से तेज है। रविवार को भी यह स्थिति बनी रही। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई खास फर्क नहीं पड़ा, लेकिन गर्मी अधिक महसूस हुई। दिनभर मौसम शुष्क बना रहा। मौसम वेधशाला के विज्ञानी डा. एचपी चंद्रा के मुताबिक छत्तीसगढ़ में उत्तर-पश्चिम हवा के साथ अब पूर्वी हवा चलने लगी है। इसके कारण मौसम में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। घरों में कूलर-पंखे चलने लगे हैं। ऐसा लग रहा है मानों सूर्यदेव ने अपनी आंखें तरेर ली हैं। मौसम में परिवर्तन के साथ स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ने लगा है। अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है।
सर्दी, बुखार, उल्टी और चक्कर आने जैसी समस्याएं उत्पन्न् होने लगी हंै। दिन के अलावा रात में भी अब पंखा चलाकर सोना पड़ रहा है। बदलते मौसम का असर बच्चों पर अधिक दिखाई पड़ रहा है। कई स्कूली बच्चे वर्तमान में बुखार से पीड़ित हैं। मौसम इस माह हर सप्ताह बदल रहा है। कभी तापमान ऊपर तो कभी नीचे। उतार-चढ़ाव के कारण गेंहू व आम के फसल को नुकसान भी हो सकता है।
कृषि विज्ञानियों की मानें तो अमूमन गेहूं की फसल को लेकर इस समय नमी की आवश्यकता होती है लेकिन अभी गर्मी अधिक पड़ रही है। 36 डिग्री से तापमान अधिक होने पर किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसके अलावा यही स्थिति आम को लेकर है। गर्मी बढ़ने पर बौर झड़ जाएंगे या फिर सूख जाएंगे। इसके कारण आम की पैदावार कम हो सकती है। हालांकि अभी तक यहां ऐसी स्थिति नहीं बनी है। किंतु जिस तरह से तापमान में वृद्धि दर्ज हो रही है, आने वाले दिनों में नुकसान हो सकता है।
प्रमुख शहरों का तापमान
शहर — अधिकतम — न्यूनतम
बिलासपुर — 35.4 — 17.7
पेंड्रारोड — 33.3 — 15.4
अंबिकापुर — 29.5 — 14.1
माना — 35.2 — 18
जगदलपुर — 34.8 — 15