लेखक की कलम से
प्रार्थना …
551 वे गुरु प्रकाश पर्व, कार्तिक स्नान व इस मास के अन्तिम सोमवार के साथ साथ देव दीपावली की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं व बधाईयां
हे दीनबंधु तुम दीनानाथ
सबका थामे रखना हाथ
बड़ा कठिन समय ये आया
हर मानव मन मे घबराया
हर जन की तुम पीड़ा हर लो
हस्त कृपा का हम सब पर रख दो
बिन तेल तुम दीप जलाते
मीठे पानी के झरने फुटवाते
हर मानव को पुत्र बनाके
अमृत की वर्षा करवाते
चहुंओर प्रकाश फैलाते
अनाथो को सनाथ बनाते
तेरे नाम की अलख जगाऊं
हर पल तुझे प्रेम से ध्याऊ
श्रद्धा से झुकाये हम शीश
हे गुरु सदा रखना आशीषअब सिर्फ तेरी है आस
पूरी कर दो जन जन की अरदास
©ऋतु गुप्ता, खुर्जा, बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश