मध्य प्रदेश

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अमृत काल अभ्यास वर्ग के समापन सत्र में लिए गए 5 संकल्प…जानिए क्या है संकल्प, ईद-उल जुहा से क्या  होगी नई पहल

कार्यक्रम में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार और देश भर से मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी पहुंच

भोपाल। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के यहां भोपाल में आयोजित अमृत काल अभ्यास वर्ग का रविवार को समापन हो गया। पीपुल्स मॉल में आयोजित अभ्यास वर्ग के समापन सत्र में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को 5 संकल्प दिलाए गए। कार्यक्रम में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के  देश भर से कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए। समापन सत्र में मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने भी शिरकत की। 8 से 11 जून तक चले इस आयोजन की खाशियत यह रही कि इस्लाम जगत में आज तक 4 दिन की ऐसी वर्कशॉप कभी नहीं हुई। ये यूनिक वर्कशॉप थी। इस दौरान पूरा शाकाहारी भोजन परोसा गया। यहां तक कि लहसुन, प्याज तक का उपयोग नहीं किया गया। आयोजन के दौरान सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने मांसाहार मुक्त, शाकाहार युक्त भोजन ग्रहण किया।

इंद्रेश कुमार बोले- दंगा मुक्त हिंदुस्तान बनाने का काम करेंगे

इस अवसर पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि हिंदुस्तान को तालीम युक्त बनाने के लिए देश के अंदर काम करेंगे। उन्होंने बताया कि धारा 370 को हटाने के लिए मंच की ओर से मुस्लिमों के 8 लाख 70 हज़ार हस्ताक्षर तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भेजे गए थे। गौ हत्या रोकने के लिए भी 10 लाख से अधिक हस्ताक्षर कर तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को दिए थे। इंद्रेश कुमार ने कहा- सभी की रूट्स एक है। इसलिए कोई भी जाति और मजहब हो, हिंसा नहीं होगी। इंद्रेश कुमार ने कहा- वी हैव ए कॉमन रूट, वी हैव ए कॉमन डीएनए पर चर्चा हुई है,नेटिव आइडेंटिटी हम सब हिंदुस्तान के हैं सबका फेस आइडेंटिटी है। सब सामान है। भारतीय, हिंदू, हिंदुस्तानी, इंडियन इसको एक समझना चाहिए। इन सभी विषयों पर चर्चा हुई है।

धोखे में रखकर प्रेम करना प्रेम नहीं वासना

इंद्रेश कुमार ने कहा कि लव जिहाद को लेकर भी वर्कशाॅप में चर्चा हुई है। प्रेम एक बड़ी सुपर सोच है। लड़का लड़की रात 2 बजे रात तक बात करके कहते हैं एक दूसरे के बिना जी नही सकेंगे और एकदम से हत्या कर दी जाती है। ये प्यार है या वासना। धोखे में रखकर प्रेम करना प्रेम नहीं वासना है। प्रेम और प्यार को धूमिल किया जा रहा है। प्रेम के नाम पर हत्या और धर्मांतरण किया जाता है, इसे लोगों ने लव जिहाद कहा है। उन्होंने बताया कि यूनियन सिविल कोड को लेकर भी वर्कशॉप में चर्चा हुई। इसमें कुछ ने नेशनल, कुछ ने कॉमन कहा। वन नेशन वन पीपल वन कानून पर भी सार्थक चर्चा हुई है। देश में 10 से अधिक कॉन्फ्रेंस करने के लिए देश के मुस्लिम बुद्धिजीवी आए थे, जिसमें विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई है।

तीन तलाक पर इंद्रेश कुमार ने कहा- तीन तलाक देने की इजाजत कुरान नहीं देता

तीन तलाक को लेकर पूछे गए सवाल पर इंद्रेश कुमार ने कहा कि तीन तलाक देना कुरान इजाजत नहीं देता है। इस संबंध में मुस्लिम समाज सुप्रीम कोर्ट में केस हार गया। कुरान शरीफ में हलाला शब्द नही है…नारी का शोषण गलत परंपरा है, इस पर चर्चा हुई। जनसंख्या नियंत्रण को लेकर उन्होंने कहा कि दुनिया के रिसोर्सेस का 4 प्रतिशत हमारे पास है। 17 प्रतिशत जनसंख्या हमारे पास है। घुसपेठ भी जनसंख्या बढ़ने का कारण बनी है। रिसोर्सेस कम जनसंख्या ज्यादा है। भड़काऊ फिल्मों को लेकर उन्होंने कहा कि जो अच्छी बात है, उसे बोलो। खराब बातें हैं, उसे मत बोलो। द केरल स्टोरी बता रही है कि किस तरीके के षडयंत्र हो रहा है, लोग कैसे भड़का रहे हैं, यह समझने की ताकत पैदा करना जरूरी है।

ये दिलाए गए संकल्प

  • मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ढाई हजार इकाइयां 21 जून को योग दिवस मनाएंगी।
  • ईद-उल जुहा पर गाय की सेवा करेंगे। गाय का दान करेंगे।
  • तीसरे प्रस्ताव में घर-घर, गली-गली रक्षा बंधन कार्यक्रम कराएंगे। संकल्प नारी के सम्मान में 30 अगस्त को रक्षाबंधन को धूमधाम से मनाएंगे। प्रमुख केंद्रों पर 100 से अधिक स्थान पर देश भर में रक्षाबंधन का त्यौहार मनाएंगे।
  • मुस्लिम को भड़काने वाली ताकतों से बचने के लिए अभियान चलाएंगे। 15 लाख से अधिक लोगों से संपर्क कर 3 हजार मीटिंग करेंगे।
  • 15 अगस्त से हर शुक्रवार को जहां दोपहर की नमाज होगी। वहां मुस्लिम राष्ट्रीय मंच एक घंटा मैदान में आकर तिरंगा लहराएंगे और अंत में राष्ट्रगान करेंगे।

यह है कार्यक्रम का उद्देश्य

ज्ञात हो मुस्लिम राष्ट्रीय मंच 21 वर्ष से चल रहा है। मंच के अभ्यास वर्ग का उद्देश्य राष्ट्रवादी मुस्लिम समुदाय समरस समाज के साथ जोडऩा और देश की मुख्यधारा में लाना है। इसमें शामिल मुस्लिम युवाओं का कहना है कि चंद नेता अपने नेतागिरी के चक्कर मे मुस्लिमों को भड़काते हैं। देश मे मुस्लिम युवाओं को भड़काने का काम चल रहा है। इसके अलावा अभ्यास वर्ग में महिलाओं को ओर ज्यादा शिक्षित करने पर जोर दिया गया। बताया गया कि जब महिलाएं शिक्षित होंगी तो जनसंख्या नियंत्रण हो सकेगा। महिलाओं पर पाबंदी को लेकर समाज को जागरूक करना है।

 

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