Uncategorized

नर्मदापुरम के ग्राम गूजरखेरी में जन-सहयोग की अनूठी मिसाल, गरीब बेटी दीपा की ग्रामीणों ने कराई शादी

पूरे गांव ने मिलकर की इस बेटी की शादी, दो थानों की पुलिस ने दिए गहने, गृहस्थी का सामान

भोपाल/नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले के सोहागपुर में ग्रामीणों और पुलिस ने एक अच्छी मिसाल पेश की है. सभी ने मिलकर बिना पिता की एक गरीब बेटी की शादी धूमधाम से संपन्न कराई. गांववालों ने बेटी को शादी में अपने दादा और पिता की कमी जरा भी महसूस नहीं होने दी. सभी ने मिलकर शादी का खर्च उठाने के साथ ही बेटी को सोने और चांदी के जेवरात व घरेलू सामग्री भी दी. इस विवाह की पूरे सोहागपुर क्षेत्र में खूब तारीफ की जा रही है.

नर्मदापुरम से 45 किलोमीटर दूर सोहागपुर के पास ग्राम गुजरखेड़ी में दुल्हन बनी दीपा के पिता कमलेश विश्वकर्मा और दादाजी का स्वर्गवास कोरोना काल में हो गया था. दादा और पिता का सिर से साया उठने के बाद घर की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी. कुछ समय पहले दीपा की शादी अमित विश्वकर्मा ग्राम कुंडाली निवासी के साथ तय हुई थी. गांव वालों को जैसे ही शादी तय होने की जानकारी मिली तो सब मिलकर आगे आए और उन सभी ने पूरे गांव की मदद से दीपा की शादी करने की योजना बनाई. जब सोहागपुर पुलिस को इसकी सूचना मिली तो वे भी पीछे नहीं रहे. अपना सामाजिक दायित्व समझते हुए, उन्होंने भी शादी में भरपूर सहयोग किया.

पुलिस ने दिया गृहस्थी का सामान

पुलिस और पूरे गांव के लोगों ने मिलकर दुल्हन के पिता और मायके वालों का फर्ज निभाया. पुलिस विभाग की ओर से एसआई वर्षा धाकड़, प्रधान आरक्षक राजाराम, एसआई मेघा उदेनिया, एसआई धर्मेंद्र वर्मा थाना सोहागपुर, शरद दुबे, अमित बिल्लोरे, अब्दुल हक़, जकी अंसारी, प्रकाश सिंह चौहान ने मिलकर घर गृहस्थी का पूरा सामान दिया.

गए थे जांच करने, फिर उठाया शादी का पूरा जिम्मा

एसआई वर्षा धाकड़ ने बताया कि हमें सूचना प्राप्त हुई थी कि गांव मे एक नाबालिग लड़की की शादी गांव के लोग मिलकर कर रहे हैं. सूचना मिलते ही हम अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे ओर शादी वाले घर में लड़की के बारे में जानकारी ली. पता चला कि लड़की बालिग है. फिर गांव के लोगों से चर्चा के दौरान यह बात सामने आई कि दादा और पिता के न होने से इस बेटी की शादी गांव के लोग मिल कर करा रहे हैं. लड़की गरीब परिवार से है. फिर हमने भी गांव वालों से कहा कि शादी में सभी का सहयोग मिल रहा है तो हम भी सहयोग करना चाहते हैं.

दो थानों के पुलिसकर्मियों ने दिए गहने

गांव के लोगों ने जो भी जरूरत की चीजें पुलिस टीम को बताईं वो सभी उन्होंने दुल्हन दीपा को लाकर दीं. सोहागपुर और शोभापुर थाने के द्वारा दीपा को सोने के कान के झुमके, नाक की नथ, चांदी की पायल, चांदी की बिछुड़ियां, फ्रिज, कूलर और साड़ी के साथ पूरा शृंगार का सामान दिया गया. वहीं, गांव के लोगों ने घर का पूरा सामान जैसे बेड, सोफा, अलमारी, ड्रेसिंग टेबल, मिक्सर, किचन सेट, टीवी, पलंग पेटी और जरूरत का अन्य सामान दिया.

सीएम बोले- प्रदेश में निर्मित हुआ जन-सहयोग और जन-भागीदारी का वातावरण

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेशवासियों द्वारा किए जा रहे सकारात्मक और रचनात्मक कार्यों को प्रोत्साहित करना आवश्यक है। राज्य सरकार इस दिशा में विशेष रूप से संवेदनशील और सक्रिय है। प्रदेश में जन-सहयोग और जन-भागीदारी का वातावरण निर्मित हुआ है, छोटे-छोटे बच्चों द्वारा अपना जन्म-दिवस पौधा लगा कर मनाना इसका परिचायक है। स्वयंसेवी संस्थाएँ भी पौध-रोपण में सक्रिय हैं। जन-भागीदारी प्रदेश में क्रांति ला सकती है। इस दिशा में नर्मदापुरम जिले के ग्राम गूजरखेरी के लोगों ने जन-सहयोग की अनूठी मिसाल पेश की है। ग्रामीणों ने आर्थिक रूप से कमजोर बेटी दीपा की शादी धूमधाम से कराई। गूजरखेरी के युवाओं की यह पहल निश्चित ही प्रेरणादायी और अनुकरणीय है। मुख्यमंत्री श्री चौहान श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में पौध-रोपण के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे।

Back to top button