छत्तीसगढ़रायपुर

एक-एक लाख इनामी दो नक्सलियों समते तीन ने किया आत्मसमर्पण, अब तक 515 लौटे मुख्यधारा में …

रायपुर। भूपेश बघेल सरकार की रीति और नीति से प्रभावित होकर छत्तीसगढ़ में आतंक का पर्याय बन चुके नक्सली तेजी से आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा की ओर लौट रहे हैं। दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू (घर वापस आइये) अभियान के तहत 3 माओवादियों ने सरेंडर कर दिया। समर्पण करने वाले दो नक्सली 1-1 लाख रुपये के इनामी हैं।

माओवादियों ने सीआरपीएफ के डीआईजी विनय कुमार सिंह और दंतेवाड़ा एसपी सिद्धार्थ तिवारी के सामने हथियार डाले हैं। सरेंडर करने वाले नक्सली फोर्स को नुकसान पहुंचाने सहित कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहे हैं। लोन वर्राटू अभियान के तहत डेढ़ साल में दंतेवाड़ा जिले में अब तक 515 नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्य धारा में लौट चुके हैं।

दंतेवाड़ा के एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों में दशरथ उर्फ कोटलो मंडावी (डीकेएबीएस अध्यक्ष), मंगड़ू नुप्पो (केएबीएस अध्यक्ष) एक-एक लाख रुपये के इनामी हैं। दशरथ पर फोर्स को नुकसान पहुंचाने हमला करने, 2009 में ग्रामीण की हत्या करने, 2010 में समर्पित नक्सली की हत्या करने, 2017 में भैरमगढ़ मेले से जवान की बंदूक लूटने, 2018 में सलवा जुड़ूम कैंप पर हमला करने की घटनाओं में शामिल रहा है।

नक्सली मंगड़ू नुप्पो व मिलिशिया सदस्य मोटू कुहड़ामी भी फोर्स को नुकसान पहुंचाने, सड़क काटने, फायरिंग करने सहित कई वारदातों में शामिल रहा है। सरेंडर के दौरान एएसपी राजेंद्र जायसवाल, सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी अरुण कुमार सज्ज़ा, ब्रजेश कुमार पांडेय असिटेंट कमांडेंट, मौजूद रहे।

एसपी सिद्धार्थ ने बताया कि पुलिस द्वारा चलाए जा रहे लोन वर्राटू अभियान को लगातार सफलता मिल रही है। घर वापस आइए अभियान के तहत पिछले डेढ़ साल में दंतेवाड़ा जिले में अब तक 515 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं, जिसमें 127 माओवादियों पर इनाम घोषित था।

तीनों नक्सलियों ने लोन वर्राटू अभियान और सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है। अभियान के तहत आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में कई कमांडर स्तर व हार्डकोर नक्सली हैं जो मुख्यधारा में लौट चुके हैं। लगातार समर्पण से माओवादी संगठन कमजोर हो रहा है।

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