चुनावी साल में नेताओं के बीच तेज हो गई जुबानी जंग: ‘दंगों पर दो दिग्गज नेताओं में रार…
शिव-कमल में बढ़ी वैमनस्यता की धार, ’एक सीएम हैं, तो दूसरे सीएम पद के दावेदार
भोपाल। मप्र में विधानसभा चुनाव से छह महीने पहले सियासत गर्माने लगी है। भाजपा-कांग्रेस पार्टी के दो प्रमुख नेता शिवराज और कमलनाथ आमने-सामने हैं। एक सीएम हैं, तो दूसरे सीएम पद के दावेदार, लिहाजा दोनों के बीच जुबानी जंग तेज हो चली है। शिवराज ने कमलनाथ पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें पागल कहा, तो कमलनाथ ने पलटवार करते हुए शिवराज के इस बयान को सडक़छाप गुंडे की भाषा करार दिया। विवादित बयानबाजी में शामिल होकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि कमलनाथ के ‘दंगा जाप’ से उनकी असलियत उजागर हो गई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश शांति का टापू है। प्रेम, स्नेह और सद्भाव के साथ प्रदेश की जनता रहती है। रामनवमी हो या हनुमान जयंती, पूरे प्रदेश में ना केवल शांति बल्कि सौहार्द और सद्भाव के साथ मनाई गई, लेकिन कांग्रेस को ये रास नहीं आ रहा। कांग्रेस चाहती है कि मप्र शांति का टापू ना रहे यहां दंगे, फसाद हों। उन्होंने कहा कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता, पूर्व मुख्यमंत्री जब 2018 में मुख्यमंत्री नहीं थे, चुनाव के पहले तब भी ये कह रहे थे कि मुसलमानों के पोलिंग बूथ पर 90 प्रतिशत वोट क्यों नहीं डलते, वोट डलवाओ नहीं तो नुकसान हो जाएगा। उस समय का वीडियो दुनिया ने देखा है कि वो केवल वोट बैंक मानकर के काम करते हैं। क्या वोट के लिए लोगों को धर्मों में और जातियों में भडक़ाया जाएगा? अभी परसों कमलनाथ रोजा इफ्तार के समय फिर कह रहे हैं, इस साल दंगे भडक़ रहे हैं प्रदेश में। शिवराज ने पूछा कहां मप्र में दंगे भडक़ रहे हैं? कहाँ मप्र में अशांति है? वोटों की भूख में आप इतने पागल हो गए हैं कि मप्र को अशांति और वैमनस्य की खाई में झोंकना चाहते हैं? क्या आप कामना करते हैं कि दंगे भडक़ जाएं? जब कोविड था तब भी ये शवों को देखकर प्रसन्न होते थे, लाशों को देखकर आनंदित होते थे। उन्होंने कहा ये राजनीति की स्तरहीनता मप्र का भला नहीं करेगी। रामनवमी पर भी, हनुमान जयंती पर भी हमारे मुस्लिम भाइयों ने भी कई जगहों पर पुष्पों की वर्षा की। ये सद्भाव आपको ठीक नहीं लग रहा, लेकिन आप कुछ भी कर लें मप्र को दंगों की आग में हम झोंकने नहीं देंगे अमन और चैन यहां कायम रहेगा। बाद में शिवराज ने ट्वीट किया- मप्र अमृत कुंभ है लेकिन कांग्रेस विषकुंभ बन गई है।
पहले मेरा अंत करना चाहते थे, अब पागल कहा, सडक़ छाप गुंडे की भाषा बोल रहे शिवराज : कमलनाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रतिक्रिया में कहा शिवराज कुछ दिन पहले आप मेरा अंत करना चाहते थे और आज उन्होंने मुझे पागल कहा है। पूरी दुनिया देख रही है कि मप्र का मुख्यमंत्री कैसी हरकतें कर रहा है? उसके भीतर की सारी सभ्यता, मर्यादा और संस्कार समाप्त हो चुके हैं। वह सडक़ छाप गुंडों की भाषा बोल रहा है। मुझे अपने अपमान की फिक्र नहीं है। मैं तो पिछले 44 साल से मप्र की जनता की सेवा कर रहा हूं और आखिरी सांस तक करता रहूंगा। लेकिन मुझे दुख इस बात का है कि मप्र जैसे महान राज्य के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर ऐसे कुंठित विचारों वाला व्यक्ति बैठा है। ऐसे व्यक्ति का मुख्यमंत्री होना, प्रदेश की 8 करोड़ जनता का अपमान है। कमलनाथ ने कहा मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि आप का षड्यंत्र कामयाब नहीं होगा। शिवराज, मप्र शांति का टापू था और रहेगा। लेकिन आपने अपने 18 साल के कुशासन में मप्र की शांति भंग कर दी है। जब आप सुबह मीडिया से मुखातिब होकर मुझे गालियां दे रहे थे, तब भी मुख्यमंत्री आवास के बाहर हजारों कर्मचारी आप के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। आपने नौजवानों से रोजगार छीन लिया है, किसानों से उपज का सही मूल्य छीन लिया है, बहनों से उनकी सुरक्षा छीन ली है, अल्पसंख्यक, दलित और आदिवासियों से सामाजिक न्याय छीन लिया है, पिछड़ा वर्ग से कांग्रेस का दिया आरक्षण छीन लिया है, सामान्य वर्ग से विकास की संभावनाएं छीन ली हैं। आपने हर वर्ग के जीवन से सुख शांति का हरण कर लिया है। आपने 18 साल में पूरी एक पीढ़ी बर्बाद कर दी है। इतिहास आपको कभी माफ नहीं करेगा।
कमलनाथ के ‘दंगा जाप’ से उनकी असलियत उजागर : वीडी शर्मा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, सावन के अंधे को हर जगह हरा दिखायी देता है। इसलिए कांग्रेस के नेता कमलनाथ को हर जगह दंगा ही दिखायी दे रहा है। शायद उन्हें 1984 की घटना याद आ रही है। 2018 के चुनाव से पहले कमलनाथ में मुसलमानों के वोटों को लेकर जो कहा था, वह किसी से छुपा नहीं है। आज फिर रमजान के बहाने छिंदवाड़ा में बैठकर जिस प्रकार से कमलनाथ ‘‘दंगा जाप’’ कर रहे है यह उनकी असलियत को उजागर करता है। मप्र में यदि कमलनाथ की शह पर किसी ने दंगा भडक़ाने की कोशिश की तो उसको परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।
वीडी शर्मा बोले… कमलनाथ बताएं जिन राज्यों में दंगे हो रहे वहां किसकी सरकार?
शर्मा ने कहा कि कमलनाथ को शायद मुजफ्फरनगर, भागलपुर, पटना, बरेली, लखनऊ, कानपुर, मुंबई, कोलकाता जैसे अनेक स्थान याद आ रहे हैं। जहां कांग्रेस के शासन में लगातार दंगे होते रहे और उन दंगों में कांग्रेस की सरकारों की भूमिका की चर्चा आज तक होती है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ और उनकी पार्टी कांग्रेस ने देश में दंगे के अलावा दिया ही क्या है ? इन्हें सामाजिक सदभाव पसंद नहीं आता है। इनके मंसूबे हमेशा यह रहते है कि समाज में किस प्रकार वैमनस्यता फैले। शर्मा ने सवाल किया कि आज जिन राज्यों में दंगे हो रहे है वहां किसकी सरकार है? कमलनाथ को यह बताना चाहिए।