नई दिल्ली

हिन्दू मंत्रोच्चार से होगी नए संसद भवन के उद्घाटन की शुरुआत, तमिलनाडु से बुलाए गए ब्राम्हण; कुछ ऐसा होगा कार्यक्रम…

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित करेंगे। उद्घाटन की शुरुआत पूजा से होगी और इसमें कई दिग्गज नेता शामिल होंगे। उधर, उद्घाटन से पहले ही विपक्ष ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और पीएम मोदी की जगह महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से नए संसद के उद्घाटन की मांग रखी है।

हालांकि, सरकार ने कहा है कि उद्घाटन तय कार्यक्रम के अनुसार होगा। आइए, जानें कार्यक्रम से जुड़ी पल-पल की जानकारी….

नए संसद भवन का उद्घाटन दो चरणों में होगा। समारोह से पहले की रस्में सुबह शुरू होंगी और संसद में गांधी प्रतिमा के पास एक पंडाल में आयोजित होने की संभावना है। पीएम मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और सरकार के कुछ वरिष्ठ मंत्रियों के समारोह में शामिल होने की उम्मीद है। दूसरा चरण दोपहर में राष्ट्रगान के गायन के साथ शुरू होने की उम्मीद है।

बताया जा रहा है कि पूजा के बाद गणमान्य लोग नए भवन में लोकसभा के कक्ष और राज्यसभा कक्ष के परिसर का निरीक्षण करेंगे। संभावना है कि कुछ अनुष्ठानों के बाद लोकसभा कक्ष में स्पीकर की कुर्सी के ठीक बगल में पवित्र ‘सेंगोल’ स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए इसे डिजाइन करने वाले मूल जौहरी सहित तमिलनाडु के ब्राम्हण मौजूद रहेंगे। सूत्रों का कहना है कि नए संसद भवन के परिसर में एक प्रार्थना समारोह भी आयोजित किया जाएगा।

ये होगी पूरी टाइमलाइन
  • 8 बजे सुबह के करीब शुरू होने वाले इस कार्यक्रम का पहला चरण करीब 9:30 बजे समाप्त होगा। इस कार्यक्रम में मंत्रोच्चार के साथ पूजा होगी।
  • 9 बजे के बाद नेता भवन का निरीक्षण करेंगे।
  • 9.30 बजे के करीब लोकसभा में सेंगोल को रिती-रिवाज के साथ स्थापित किया जाएगा। इसमें शंकराचार्य समेत तमिलनाडु के मठ के 20 पंडित मौजूद रहेंगे।
  • 12 बजे के बाद दूसरा चरण लोकसभा कक्ष में राष्ट्रगान के गायन के साथ शुरू होने की उम्मीद है।
  • इसके बाद राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश द्वारा भाषण दिया जाएगा, जो राज्यसभा के सभापति, जगदीप धनखड़ की ओर से एक लिखित बधाई संदेश पढ़ेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का लिखित संदेश भी पढ़ा जाएगा।
  • इसके बाद नई संसद के निर्माण की प्रक्रिया, भवन और उसके महत्व के बारे में दो लघु फिल्में भी दिखाई जाएंगी।
  • फिल्म दिखाने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का संबोधन होगा।
  • इस अवसर पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता के भाषण के लिए एक स्लॉट भी रखा गया है। हालांकि, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के रविवार को समारोह में शामिल होने की संभावना नहीं है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने कई विपक्षी दलों के साथ उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की घोषणा की है।
  • पीएम मोदी इस अवसर पर एक सिक्का और डाक टिकट भी जारी करेंगे और इस अवसर पर अपना भाषण भी देंगे। अंत में लोकसभा महासचिव धन्यवाद प्रस्ताव देंगे।
25 दल होंगे शामिल, 21 का बहिष्कार

विपक्ष के बहिष्कार के आह्वान के बीच, केंद्र को 25 राजनीतिक दलों की एक सूची मिली है जो नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में भाग लेंगे। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जो एनडीए का हिस्सा नहीं हैं।

भाजपा के अलावा, अन्नाद्रमुक, अपना दल, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया, शिवसेना के शिंदे गुट, एनपीपी और एनपीएफ सहित एनडीए में कई दलों ने रविवार को समारोह में भाग लेने की पुष्टि की है।

बीजू जनता दल,  शिरोमणि अकाली दल (शिअद), बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) और जनता दल-सेक्युलर, टीडीपी और वाईएसआरसीपी सहित कई अन्य दल भी मौजूद रहेंगे। दूसरी ओर कांग्रेस सहित 21 विपक्षी दलों ने उद्घाटन के बहिष्कार की घोषणा की है।

ये दिग्गज भी होंगे शामिल

नए संसद भवन के मुख्य वास्तुकार बिमल पटेल और भवन का निर्माण करने वाली कंपनी टाटा के मालिक प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा को भी नए भवन के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है। वहीं, कई फिल्मी सितारों और खिलाड़ियों सहित कुछ प्रमुख हस्तियों को भी निमंत्रण भेजा गया है।

888 लोकसभा सदस्यों के बैठने की जगह

संसद का वर्तमान भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था और अब लगभग 100 साल पुराना होने जा रहा है। इस भवन में वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप स्थान का अभाव अनुभव किया जा रहा था, इसलिए नए भवन की जरूरत पहले से ही थी।

अब नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में पहले के 550 की जगह 888 सदस्य और राज्यसभा में 250 की जगह 384 सदस्य बैठ सकेंगे। दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा के चैंबर में ही आयोजित किया जाएगा। बता दें कि पूरा संसद भवन तीन मंजिला है जो 64,500 वर्ग मीटर के दायरे में फैला है। भवन के निर्माण की लागत 1200 करोड़ रुपये आई है।

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