जोगी कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र सिंह बघेल ने कहा- जिला प्रशासन रेत लीज आवंटित करें, रेत निकासी पर रोक लगेगी तो विकास कैसे होगा
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। वीरेंद्र बघेल ने कहा कि अपने रोजमर्रा जीवन पर नजर डालें तो लगता है सचमुच हमारी सहूलियतें बढ़ गईं हैं। निश्चय ही यह विकास का लक्षण हैं लेकिन डेवेलपमेंट के साथ एक बड़ी विचित्र बात यह हो रही है कि सकारात्मक के साथ-साथ नकारात्मक बातों का भी विकास हो रहा है। अब इसे भी हम अपने अनुभवों से आंकें।
क्या पहले हम इतना अकेले, परेशान या भयग्रस्त थे? दिक्कत यह है कि हम विकास को ठोस चीजों से ही आंकते हैं यानी रुपया-पैसा, सामान, सड़क, गाड़ी घर वगैरह। हमारे मन की चीजें चूंकि दिखती नहीं इसलिए हम उन्हें विचार का हिस्सा नहीं बनाते। आज आर्थिक विकास के साथ करप्शन और दूसरे अपराधों ने भी अपना विकास कर लिया है। तो फिर इस विकास का हासिल क्या है? यही न कि एक समस्या दूर हुई तो उसकी जगह दूसरी आकर खड़ी हो गई। इसलिए हमें विकास की नई परिभाषा खोजनी होगी। विकास तभी माना जाए जब मनुष्यता को उसकी समस्याओं से मु्क्ति मिले।
आगे श्री बघेल ने कहा कि मेरा कहने का उद्देश्य ये है कि जीपीएम जिला में जिला प्रशासन रेत का लीज प्रदान क्यो नहीं कर रहा। अगर रेत नदियों से नहीं निकलेगा तो विकास कैसे होगा। घर, आवास, बिल्डिंग, रोड कैसे बनेगा। बिना रेत के एक भी कार्य होना मुश्किल है। इसलिये जिला कलेक्टर चिन्हाकित करें और बताए की रेत कहां से मिलेगा। हमारे क्षेत्र में कोई इतना बड़ा रेत माफिया नहीं है न कोई इतने बड़े नदी-नाले हैं इसलिये इसमें न्याय संगत होना महत्वपूर्ण है।