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छीने जा सकते हैं 50 कांग्रेस नेताओं के पद, कांग्रेस की दिल्ली रैली में जाने की बजाय ट्रेन में फोटो खिंचवाकर लौट गए थे घर ….

दिल्ली में कांग्रेस की महंगाई विरोधी रैली में इंदौर के कांग्रेसियों के ना पहुंचने पर बवाल मच गया है. पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने आदेश ना मानने वाले 50 से ज्यादा पार्टी पदाधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. ये नेता दिल्ली जाने के लिए ट्रेन में तो चढ़े, लेकिन पिछले दरवाजे से नीचे उतर गए. कुछ अगले स्टेशन पर उतरकर घर लौट गए.

अभा कांग्रेस कमेटी ने दिल्ली के रामलीला मैदान पर 4 सितंबर को महंगाई के विरोध में हल्ला बोल रैली की थी. रैली में शामिल होने के लिए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आदेश जारी किया था. जिसमें कहा गया था कि संगठन के सभी पदाधिकारियों को साथियों समेत दिल्ली पहुंचना है, लेकिन इंदौर के कांग्रेस नेताओं ने कमलनाथ के निर्देश का मजाक बनाकर रख दिया. जिन नेताओं को पार्टी ने अहम पदों पर जिम्मेदारी दी है, वे भी दिल्ली नहीं गए. कई नेताओं ने तो ट्रेन के सामने फोटो खिंचवाकर दिल्ली जाने का दावा किया, लेकिन फोटो खिंचवाकर और वीडियो बनाकर ट्रेन के चलते ही पिछले दरवाजे से निकलकर अपने घर पहुंच गए. कुछ अगले स्टेशन पर उतर गए.

इन नेताओं का झूठ पकड़ने के बाद इंदौर से भोपाल तक शोर मच गया. पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ इस घटना के बाद से खासे नाराज हो गए और उन्होंने 50 से ज्यादा पार्टी पदाधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. ये सभी नेता पार्टी के मोर्चा, संगठनों और प्रकोष्ठों के अध्यक्ष हैं. इन सभी की कुर्सी छीनी जा सकती है. पीसीसी के सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी के साथ दगाबाजी करने वाले ऐसे नेताओं के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि सबके बीच एक सख्त संदेश जा सके. 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगी पार्टी को ऐसे नेताओं के मंसूबों से झटका लग सकता है. यही वजह है कि पार्टी अबकी बार ऐसे नेताओं को बख्शने के मूड में नहीं है. इन नेताओं का झूठ पकड़ने के बाद इंदौर से भोपाल तक शोर मच गया. पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ इस घटना के बाद से खासे नाराज हो गए और उन्होंने 50 से ज्यादा पार्टी पदाधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. ये सभी नेता पार्टी के मोर्चा, संगठनों और प्रकोष्ठों के अध्यक्ष हैं. इन सभी की कुर्सी छीनी जा सकती है.

ये नेता नहीं गए दिल्ली

– कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजेश चौकसे, प्रदेश सचिव विवेक खंडेलवाल, नीलाभ शुक्ला, गिरीश जोशी, सेवादल जिला अध्यक्ष मुकेश यादव, एनएसयूआई अध्यक्ष अमित पटेल, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे, राजीव विकास केंद्र के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष अर्चना जायसवाल, अनूसूचित जाति विभाग के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र मालवीय, युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष तत्सम भट्ट, विधायक विशाल पटेल, कांग्रेस आईटी सेल के कार्यकारी अध्यक्ष विपिन गंगवाल, शहर कांग्रेस प्रवक्ता अमित चौरसिया,कांग्रेस पिछडा़ वर्ग के अध्यक्ष राजेश यादव, विधायक का चुनाव लडे़ सुरजीत चड्ढा, अश्विन जोशी, प्रेमचंद गुड़्डू, अंतर सिंह दरबार, पार्षद अनवर दस्तक, सादिक खान, अनवर कादरी, इकबाल खान, योगेंद्र मौर्य, पूर्व पार्षद अरविंद बागड़ी, अभय वर्मा, छोटे यादव, गोलू अग्निहोत्री, सुरेश मिंडा, गिरधर नागर, अनिल यादव, रमेश यादव उस्ताद, चंदू अग्रवाल, नीतेश नरवले, स्वप्निल कोठारी शामिल हैं.

बीजेपी का तंज

पीसीसी चीफ कमलनाथ के आदेश का मजाक बनाने वाले नेताओं को लेकर बीजेपी तंज कस रही है, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा का कहना है कांग्रेस पार्टी थके हुए व्यक्तियों का राजनैतिक संगठन बनकर रह गई है. कोई किसी की बात नहीं सुन रहा. कमलनाथ खुद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने कन्याकुमारी नहीं गए. जहां तक दिल्ली की रैली की बात है, महंगाई के इस युग में कांग्रेसियों ने अपने अपने जेब के हजार-पांच सौ रुपए बचाने की जुगत भिड़ाई इसलिए वे इंदौर रेलवे स्टेशन से चढ़े और लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन पर उतर गए. बहुत सारे तो शेर बहादुर ऐसे थे कि ट्रेन के अगले डिब्बे से चढ़े और फोटो खिंचवाकर पिछले डिब्बे से बाहर हो गए.

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