मध्य प्रदेश

साढ़े नौ लाख के हसनपुरा आंगनवाड़ी भवन में हो रहा घटिया निर्माण, गौशाला निर्माण में डाली जा रही अवैध बजरी

गुणवत्ता विहीन सामग्री का उपयोग कर सरकारी खजाने को लगाया जा रहा चूना, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

शाहरुख बाबा, हरदा। जिले की खिरकिया जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत हसनपुरा में लाखों रुपए की लागत से आंगनवाड़ी भवन और गौशाला का निर्माण किया जा रहा है।  इसमें साढ़े नौ लाख रुपए की लागत वाले आंगनवाड़ी भवन में गुणवत्ताहीन सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। भवन की दीवारें इतनी कमजोर बनाई गई हैं कि उससे अभी से ही मिट्टी व धूल निकल रही है। वहीं, गौशाला निर्माण के दौरान सरकारी जमीन से अवैध मिट्टी निकालकर गौशाला निर्माण में बजरी डाली जा रही है, जिसकी परमिशन भी नहीं है।  सरपंच, सचिव सहित पंचायत विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से खुलेआम सरकारी पैसे की बंदरबांट हो रही है।

जानकारी के अनुसार गौशाला निर्माण के लिए 38 लाख 4 हजार रुपए व आंगनवाड़ी भवन निर्माण के लिए शासन से 9 लाख 50 हजार रूपए स्वीकृत किए हैं। इसके बावजूद भी जिम्मेदार सरपंच सचिव व इंजीनियर द्वारा आंगनवाड़ी भवन निर्माण में घटिया निर्माण कर रहे है।साथ ही गौशाला निर्माण में अवैध बजरी डाल रहे है जो खनिज अधिनियम में आता है।इस ओर सम्बंधित विभाग को जांच कर कार्रवाई करना चाहिए। आंगनवाड़ी भवन निर्माण में रेत में सीमेंट कम मात्रा में डालकर दीवार बना रहे है, जिसमे रेत ही नजर आ रहीं है। सीमेंट नाममात्र होने से भवन लम्बे समय नहीं टिक पायेगा। घटिया निर्माण कर  सरपंच, सचिव व इंजीनियर निर्माण के नाम पर सरकारी खजाने को लूटने में लगे हुए हैं। शासन के पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं। इसको देखने और सुनने वाला कोई नहीं है।

घटिया निर्माण कर पंचायत कर्मी सरकारी खजाने को लगा रहे सेंध

सरपंच सचिव की मनमानी के चलते आंगनवाड़ी भवन निर्माण का घटिया निर्माण तो हो ही रहा है, लेकिन आंगनबाड़ी भवन निर्माण की सामग्री के नाम पर पंचायत कर्मी दुकानदारों से अधिक बिल बनवाकर अपने जेब भरने मे कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। बता दें कि मार्केट में सीमेंट की बोरी लगभग 330 रुपए में आ रही है, जबकि पंचायत में इसका  390 रुपए का बिल लगाया गया है। पंचायत में 70 बोरी का 27300 रुपए का बिल लगाया गया है। इसके बाद ही 50 बोरी सीमेंट 19500 की खरीदने के बाद भी भवन निर्माण में सीमेंट की मात्रा कम होना, कई सवाल खड़े कर रही है। वही भवन निर्माण की अन्य सामग्री जैसे ईंट, सरिये और रेत सहित अन्य सामग्री भी मार्केट रेट से अधिक में खरीदी गई है।

घटिया निर्माण की बार-बार जानकारी मिलने पर मीडियाकर्मी पहुंचे हसनपुरा

जब गुणवत्ताहीन आंगनबाड़ी भवन निर्माण होने की जानकारी ग्रामीणों ने मीडिया को दी तो मीडिया कर्मी मौके पर पहुंचे, तो वास्तव में आंगनवाड़ी भवन की निर्माणाधीन दीवारें से धूल मिट्टी निकलते हुए मिली। इसके साथ ही दीवारें जरा सा धक्का देने पर ही हिल रही थीं। जब मीडिया टीम ने आंगनवाड़ी भवन के घटिया निर्माण को लेकर उपसरपंच से बात की तो उनका कहना है कि जो निर्माण हो रहा है, वो ठीक ढंग से हो रहा है। निर्माण के बाद तराई नहीं होने से यह स्थिति बनी हुई है। दीवारों में सीमेंट की कम मात्रा को लेकर भी उन्होंने गोलमोल जवाब दिए। वहीं,  पंचायत सचिव हरिहर शर्मा ने अनभिज्ञ बनते हुए कहा कि आपके द्वारा बताया गया है कि घटिया निर्माण हो रहा है, मैं इसको दिखवाता हूं।

आंगनबाड़ी भवन निर्माण में इंजीनियर नहीं देता ध्यान, हो रहा घटिया निर्माण

ज्ञात हो कि सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों में इंजीनियर नियुक्त किये हैं, ताकि कोई निर्माण हो तो उसकी गुणवत्ता देख सकें, लेकिन यहां तो बिना जांच के खुलेआम घटिया निर्माण हो रहा है और वे इधर झांकना भी मुनासिब नहीं समझते, इससे सरपंच और सचिव के हौसले बुलंद हैं। यह सब सांठगांठ और कमीशन के चलते हो रहा है। ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर जांच टीम गठित कर सही ढंग से जांच की मांग की है। ग्रामीणों का कहना था कि यदि सही जांच होती है तो पंचायत में कई और मामले भी उजागर होंगे। ग्राम पंचायत में नाडेफ सोख्ता टैंक भी बने हैं, उसमे भी लापरवाही बरती गई है। भ्रष्टाचार के चलते सही मापदण्ड का पालन नहीं किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि वे शीघ्र ही कलेक्टर को ज्ञापन देकर जांच की मांग करेंगे।

जिला पंचायत सीईओ बोले : जांच कराएंगे

इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ रोहित सिसोनिया का कहना है कि ग्राम पंचायत हसनपुरा में हो रहे आंगनवाड़ी भवन निर्माण में घटिया निर्माण का मामला संज्ञान में लाया गया है। मैं दिखवाता हूं। जांच में घटिया निर्माण पाया गया तो संबंधितों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

 

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