मध्य प्रदेश

एमपी के सीएम एक्शन में: अचानक डिंडौरी पहुंचे शिवराज, जल संसाधन के ईई, एसडीओ सहित चार अफसर निलंबित

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में सरकारी योजनाओं, लॉ एंड ऑर्डर सहित दूसरे इंतजामों की हकीकत जानने अब जिलों का औचक निरीक्षण करेंगे। इसकी जानकारी संबंधित जिले के कलेक्टर को निरीक्षण के कुछ समय पहले तब मिलेगी, जब मुख्यमंत्री चौहान संबंधित जिले में पहुंच चुके होंगे। यह निरीक्षण वे हेलिकॉप्टर से प्रदेश के अलग-अलग जिलों में अचानक से पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री ने आज से ही अपने इस प्लान पर अमल भी शुरू कर दिया। इसके चलते मुख्यमंत्री आज शनिवार को अचानक से डिंडौरी में निरीक्षण करने पहुंच गए। उनका हेलिकॉप्टर डिंडौरी जिले की शहपुरा तहसील में लैंड हुआ। यहां से उनका काफिला सड़क मार्ग से बिलगड़ा गांव की ओर रवाना हो गया।

मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान डिंडौरी में तहसील मुख्यालय शहपुरा में दोपहर में औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे और जिले के सबसे बड़े बेलगांव जलाशय का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने वहां मौजूद किसानों से समस्याएं पूछीं। गौरतलब है कि बिलगांव जलाशय की नहरों से पानी रिसाव के चलते बड़ी संख्या में किसानों की फसलें प्रभावित होती थीं। इसी को लेकर सीएम तक जानकारी पहुंचने के बाद उनके द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा मौके पर मौजूद जल संसाधन विभाग के इंजीनियर से जानकारी ली गई है। अधिकारियों को भी उनके द्वारा तलब किया जा रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा निरीक्षण के दौरान जलाशय निर्माण कार्य सहित नहर निर्माण कार्य की जांच कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी लापरवाही बरतने वाले को छोड़ा नहीं जाएगा।

डिंडौरी जिले में शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान औचक दौरे पर पहुंचे। उनका हेलीकॉप्टर शहपुरा तहसील मुख्यालय में करीब डेढ़ बजे उतरा। जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री का काफिला बिलगड़ा गांव की तरफ निकल पड़ा। वे बिलगड़ा बांध पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा की। ग्रामीणों ने उन्हें जलाशय की नहरों से पानी रिसाव की समस्या से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि पानी के रिसाव से उनकी फसलें खराब हो रही हैं। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों की क्लास ली और मौके पर ही जल संसाधन एक्जीक्यूटिव इंजीनियर जीएस सांड्या, एसडीओ रोहितास नहर और उपयंत्री चौधरी को निलंबित करने के आदेश दिए। सीएम ने बड़झर गांव में संचालित बालक आश्रम का भी निरीक्षण किया। उन्होंने आश्रम के अधीक्षक कमलेश गोलियां को भी सीएम ने निलंबित कर दिया। सीएम ने छात्रावास में गंदगी देखकर नाराजगी जताई और अधीक्षक को निलंबित करने के आदेश दिया।

इस दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष किसानों द्वारा खेतों में नहर का पानी रिस कर भरने सहित अन्य समस्याएं भी रखी गई। इस पर कलेक्टर को बिंदुवार जांच कराने के निर्देश मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए हैं। मुख्यमंत्री को बताया गया कि संबंधित निर्माण कार्य सारथी कंस्ट्रक्शन द्वारा कराया गया है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि काम चाहे किसी का भी हो, उस पर कार्रवाई करेंगे। प्रभावित किसानों से मुआवजा कम मिलने की भी जानकारी मुख्यमंत्री से बताई। बताया गया कि निर्माण के दौरान बरती गई मनमानी के चलते पानी खेतों में भर रहा है। ऐसे में फसलें बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। सीएम ने कहा कि इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कराएंगे उसके बाद आगे अन्य जिम्मेदार भी तय होंगे। किसी भी लापरवाही बरतने वाले को छोड़ा नहीं जाएगा।

मुख्यमंत्री ने स्कूल में बच्चों गिनती सुनकर उनके साथ फोटो खींच भी खिंचवाई

बांध का निरीक्षण करने के बाद सीएम बिलगड़ा हाई स्कूल पहुंचे, जहां ग्रामीणों से चर्चा की। ग्रामीणों ने उन्हें बांध व नहर के निर्माण में लापरवाही सहित क्षेत्र की समस्याएं बताई। इस पर सीएम ने फोन पर ही अफसरों को सस्पेंड करने के आदेश दिए। बिलगढ़ा बांध का निरीक्षण करने के लिए सीएम करीब एक किलोमीटर पैदल चलकर यहां पहुंचे। किसानों ने बताया कि बारिश के मौसम में बांध ओवरफ्लो होने के कारण उसके खेत और फसल बर्बाद हो गई थी। नहर में सीपेज होने से खेतों में पानी भर गया था। मुख्यमंत्री ने स्कूल में बच्चों से भी चर्चा की और गिनती सुनकर उनके साथ फोटो भी खिंचवाई। मुख्यमंत्री का डिंडौरी जिले के शहपुरा जाते समय अल्प प्रवास पर डुमना आगमन हुआ, जहां पर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने विमानतल पर स्वागत किया। इस दौरान विधायक अशोक रोहाणी, निगमाध्यक्ष रिंकुंज विज, जीएस ठाकुर, कमिश्नर बी. चंद्रशेखर, आईजी उमेश जोगा, डीआईजी आर आर परिहार, कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन, पुलिस अधीक्षक अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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