मध्य प्रदेश

इंदौर में चाॅक फैक्ट्री में 6 बच्चियों सहित 10 बच्चों के साथ हो रही थी अमानवीयता, चार विभागों ने दी दबिश

चाइल्ड लाइन, श्रम विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और पुलिस ने की संयुक्त कार्रवाई

इंदौर। चाइल्ड लाइन, श्रम विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और पुलिस की टीम ने बीती रात को लसूडिया क्षेत्र में एक चॉकलेट फैक्ट्री में दबिश दी। यहां 10 बच्चे काम करते हुए मिले। फैक्ट्री में मशीन चलने काफी गर्मी रहती थी और बच्चे पसीने में तर रहते थे। वेंटिलेशन नहीं होने से उन्हें घबराहट भी होती थी। इसके चलते बच्चों का मेडिकल भी कराया गया है। यहां से मिले बच्चों में 4 बालक व 6 बच्चियां हैं। 10 बच्चों को छुड़ाया है। सूचना मिली थी कि यहां मासूमों से दिनरात काम लिया जाता है।

पसीने में लथपथ मिले बच्चे

चाइल्ड लाइन ने एक चॉकलेट फैक्ट्री में काम कर रहे सभी 10 बच्चों से अमानवीयता से काम लिया जा रहा था। सभी बच्चे पसीने में लथपथ काम कर रहे थे। इलेक्ट्रॉनिक भट्टी के बीच काम कर रहे बच्चों के लिए वेंटिलेटर था न एसी-कूलर। ये सभी बच्चे 30 रुपए प्रति घंटे में काम कर रहे थे।

शटर बंद रखकर लिया जाता था काम

कार्रवाई करने गए महिला एवं बाल विकास विभाग, श्रम विभाग, चाइल्ड लाइन और पुलिसकर्मियों ने बताया कि फैक्ट्री संचालक को यह पता है कि बच्चों से काम लेना अपराध है। इसलिए वह पूरे समय परिसर का शटर बंद रखता था।

जांच में जुटी पुलिस बच्चों के परिजनों का पता लगा रही

पुलिस भी जांच में जुटी हुई है कि आखिरकार कितने सालों से चॉकलेट फैक्ट्री में बच्चे काम कर रहे थे। किन कारणों के चलते फैक्ट्री मालिक इन बच्चों से काम करवा रहा था। चाइल्ड टीम बच्चोंं के परिजनों का पता लगा रही है। फिलहाल कार्रवाई के दौरान बच्चों को चाइल्ड लाइन ने मुक्त करवा कर एक संस्था में रखा है, जहां उनकी काउंसलिंग भी की जा रही

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