राजस्थान

हिस्ट्रीशीटर की डंडों से पीट-पीटकर हत्या, झगड़े के बाद जला दिया था दोस्त का घर, 60 किलोमीटर दूर मिली बॉडी …

जयपुर। पाली के कीरवा के पास बिसलपुर के रहने वाले हिस्ट्रीशीटर रवि (22) का शव मिला था। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार रात बलवाना स्टैंड के पास से उसका किडनैप उसके ही दोस्त रहे अशोक सरगरा (24) ने किया था। इससे पहले रवि के साथ जमकर मारपीट की गई। फिर वे उसे किडनैप कर ले गए।

पाली में हिस्ट्रीशीटर के मर्डर में नई जानकारी सामने आई है। पुलिस के अनुसार हत्या एक दूसरे हिस्ट्रीशीटर ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर की थी। मर्डर का एक फुटेज पुलिस को मिला है जो कि किडनैप और मारपीट का है। इसके बाद शनिवार सुबह हिस्ट्रीशीटर की डेडबॉडी मिली थी।

पुलिस की अभी तक की जांच में सामने आया कि करीब डेढ़ महीने पहले शराब पाटी के दौरान रवि और अशोक में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। दोनों की दोस्ती दुश्मनी में बदल गई। मृतक रवि वाल्मीकि ने आरोपी अशोक सरगरा का घर जला दिया था। इसके बाद अशोक को गांव छोड़ना पड़ा। बदला लेने के लिए अशोक ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर रवि का मर्डर कर दिया।

मृतक का शव सुमेरपुर हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया हुआ है। पुलिस CCTV फुटेज के आधार पर अब बदमाशों की तलाश में जुटी है। परिवार के लोग आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।

पुलिस को लाश के पास कपड़े और एक-दो डंडे पड़े मिले थे। हाथ-पैर पर गंभीर घाव के निशान थे। एक हाथ पर भगवान हनुमान का संजीवनी पर्वत उठाकर ले जाते हुए का टैटू गुदा हुआ था। दूसरे हाथ पर मां और अंग्रेजी में RG लिखा हुआ था।

मृतक रवि की बहन का आरोप है कि घटना वाली रात उन्होंने पुलिस में अपने भाई के अपहरण होने की शिकायत की थी, लेकिन किसी ने तुरंत एक्शन नहीं लिया। पुलिस रात को ही एक्शन में आती तो आज रवि जिंदा होता। परिवार का आरोप है कि जब अपहरण की जानकारी पुलिस को दी तो जवाब मिला कि गुमशुदगी दर्ज करवा दो, 24 घंटे बाद तलाश करेंगे।

परिवार ने आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी और 50 लाख रुपए के मुआवजे की मांग की है। मृतक की बहन का कहना है कि रवि की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए। जब तक मांग पूरी नहीं होती परिवार ने शव लेने से इनकार कर दिया है।

सीओ सुमेरपुर रजत विश्नोई ने बताया कि करीब 12 साल पहले मृतक रवि के भाई जीतू के साथ मिलकर अशोक सरगरा ने बिसलपुर में एक महिला की हत्याकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। मामले में जीतू और अशोक दोनों को जेल हुई थी। जीतू वाल्मीकि अभी भी जेल में है। अशोक सरगरा इस मामले में बरी हो गया।

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