मध्य प्रदेश

गहलोत-पायलट विवाद: बातों ही बातों में एमपी के गृहमंत्री ने सीएम अशोक गहलोत पर बोला हमला

नरोत्तम बोले- सचिन राजस्थान का बड़ा चेहरा, सोनिया-राहुल तय करें- गद्दार कौन?

भोपाल। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सीनियर लीडर सचिन पायलट के बीच चले आ रहे विवाद के बहाने मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पर हमला बोला है। गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने गहलोत को घेरा और पायलट का समर्थन किया है। सचिन पायलट के बारे में उन्होंने कहा कि वे राजस्थान का बड़ा चेहरा हैं। सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही तय करें कि राजस्थान में गद्दार कौन है? हालांकि, यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है।

गृहमंत्री ने बातों ही बातों में सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के दौरान राजस्थान में मचे घमासान को लेकर उन्होंने गहलोत को घेरा और पायलट का समर्थन किया। ऐसे में एक बार फिर से कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी विवाद के बहाने ज्योतिरादित्य सिंधिया की तर्ज पर पायलट को अपनी तरफ खींचने के लिए चारा डाल रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि मध्यप्रदेश के सीनियर बीजेपी नेताओं को पायलट को लेकर यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

राजस्थान कांग्रेस में चल रही भारी खींचतान

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान पहुंचने से पहले कांग्रेस में एक बार फिर भारी खींचतान शुरू हो गइ है। दो दिन पहले सीएम गहलोत ने सचिन पायलट पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोलते हुए कहा था कि पायलट को कैसे मुख्यमंत्री बना सकते हैं। जिस आदमी के पास 10 विधायक नहीं हैं, जिसने ​​बगावत की हो, जिसे गद्दार नाम दिया गया हो, उसे लोग कैसे स्वीकार कर सकते हैं। गेहलोत के इस बयान के बाद राजस्थान में सियासत गरमा गई है। राजस्थान में कांग्रेस के इस विवाद की गरमी मध्यप्रदेश में भी मेहसूस हो रही है। राजनीतिक गलियारों में गृहमंत्री डॉ. मिश्रा के बयान से कई कयास लगाए जा रहे हैं।

गेहलोत-पायलट विवाद पर गृहमंत्री ने यह कहा

राजस्थान विवाद को लेकर गृहमंत्री ने कहा- यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है। लेकिन, जिसके पिता राजेश पायलट पूरे जीवन कांग्रेस को समर्पित रहे, जिनके बेटे सचिन पायलट भी एक वर्ग का प्रतिनिधित्व करके कांग्रेस का बड़ा चेहरा हैं, उन्हें ऐसे सार्वजनिक गद्दार कहना ठीक नहीं है। जबकि, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में किसने बगावत की, गद्दार कौन है, यह सबने देखा है। चुनाव में सोनियाजी को जिसने आंखें दिखा दीं, वो या जिन्होंने गेहलोत जी को आंखें दिखाईं वो, यह तो राहुल बाबा और सोनिया जी को ही तय करना चाहिए।

भाजपा के सचिन के पक्ष में आने के निकाले जा रहे कई मायने

राजनीतिक गलियारों में मध्यप्रदेश के बीजेपी नेताओं के सचिन पायलट के समर्थन में उतरने के कई मायने निकाले जा रहे हैं। एक तो अगले साल मध्यप्रदेश और राजस्थान दोनों ही जगह विधानसभा चुनाव होने हैं। मध्यप्रदेश में गुर्जर समाज का एक बड़ा वर्ग है। पायलेट उसी वर्ग से आते हैं। ऐसे में उनके समर्थन में उतरकर बीजेपी नेता समाज को अपनी ओर खींचना चाहते हैं। इसके अलावा सचिन पायलट केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के दोस्त भी हैं और सिंधिया की तरह ही भविष्य में पायलट के बीजेपी में शामिल होने की संभावनाएं भी तलाशी जा रही है।

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