मध्य प्रदेश

कांग्रेस ने 50 साल से अधिक शासन किया, लेकिन आदिवासियों को अधिकार नहीं दिए : सीएम श‍िवराज सिंह

मुख्यमंत्री डिंडौरी जिले के ग्राम शहपुरा और गुरैया में ग्राम सभा में हुए शामिल, ग्रामीणों को बताए पेसा एक्ट के कानून

भोपाल/डिंडौरी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पेसा एक्ट एक सामाजिक क्रांति है, इससे जनजातीय विकासखण्डों में ग्राम सभाओं को अधिकार सम्पन्न बनाया जा रहा है। गत 15 नवंबर से लागू इस एक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये अब सशक्त रूप से ग्राम सभाओं की शुरूआत हो चुकी है। ग्रामीणजन अपने अधिकारों का उपयोग कर ग्राम को आत्म-निर्भर बनाएं और ग्रामीणों को आर्थिक संबल प्रदान करें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह बात शुक्रवार को डिंडौरी जिले में पेसा एक्ट की जागरूकता के लिये ग्राम शहपुरा और गुरैया में ग्राम सभा में शामिल होकर ग्रामीणों से रू-ब-रू होते हुए कही। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीणों से कहा कि मैं आज भाषण देने नहीं, आपको पैसा एक्ट पढ़ाने आया हूँ। उन्होंने कहा कि आदिवासियों का मतांतरण व शादी कर जमीन हड़पने वालों पर नकेल कसेंगे। आदिवासी बहुल जिले में इस तरह का गिरोह सक्रिय है। इस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और मतांतरण कर हथियाई गई जमीन वापस दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अब सरकार भोपाल से नहीं, गांव की चौपाल से चलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने 50 वर्ष से अधिक समय तक प्रदेश में शासन किया, लेकिन यह अधिकार आदिवासियों को नहीं दिया। जल, जंगल और जमीन पर अब पंचायत का अधिकार होगा। सामान्य व पिछड़ा वर्ग के खिलाफ नहीं है पेसा एक्ट : मुख्यमंत्री ने कहा कि पेसा एक्ट सामाजिक क्रांति है। पेसा एक्ट किसी के खिलाफ नहीं है। सामान्य, पिछड़ा वर्ग के लोगों के खिलाफ बिल्कुल नहीं है। यह भ्रामकता न फैलाई जाए।

शहपुरा में ‘मामा की पाती” का विमोचन

मुख्यमंत्री ने पेसा जागरूकता सम्मेलन में पोस्टकार्ड और ‘मामा की पाती” का विमोचन भी किया। सीएम ने इस अवसर पर सिकल सेल प्रभावितों के लिये जिला प्रशासन द्वारा तैयार की गई “जीवनदायिनी प्रसाद” का विमोचन किया। शहपुरा जनपद के ग्राम गुरैया में पेसा एक्ट को लेकर आयोजित ग्राम सभा में भी मुख्यमंत्री शामिल हुए।

बच्चे का नाम रखा पेसा

मुख्यमंत्री से गुरैया गांव निवासी पिता टिंबकेशव मरावी और माता दीपमाला मरावी ने एक माह के बच्चे का नामकरण करने का आग्रह किया। इस पर सीएम ने बच्चे को गोद में लेकर उसका नाम पेसा रख दिया। ग्रामीणों को केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने भी संबोधित किया। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में जनजातीय समुदाय के मुखिया एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।

196 गांव में सतही स्रोत से पेयजल इकाई

शिवराज ने क्षेत्र के 196 गांव में सतही स्रोत से पेयजल इकाई बनाने की घोषणा की। इन गांवों में पेयजल संकट है। अब यहां बांध और नदी से पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामवासियों की माँग पर ग्राम शहपुरा में मुख्य मार्ग पर डिवाइडर निर्माण, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का सिविल अस्पताल में उन्नयन कर महिला डॉक्टर की पद-स्थापना, मार्ग निर्माण, हर घर पाइप लाईन और नल से जल आदि की घोषणा की।

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