मध्य प्रदेश

कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की ईवीएम की सीआरसी प्रक्रिया पर सतर्कता व पारदर्शिता बरतने की अपील

उज्जैन। मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए उज्जैन में भी चुनावी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इसी के चलते चुनाव आयोग द्वारा ईवीएम की व्यवस्था भी की जा रही है। हाल ही में उज्जैन में 2700 नई कंट्रोल यूनिट भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड बेंगलुरू से आई हैं। इसके अलावा इंदौर और बुरहानपुर जिले में प्रयुक्त 2730 बैलेट यूनिट भी आई हैं। हालांकि, अभी वीवीपैट मशीनें आना शेष हैं। इन कंट्रोल और बैलेट यूनिट को इंजीनियरिंग कॉलेज के पास स्थित वेयरहाउस में रखा गया है।

इन्हीँ तैयारियों के चलते उज्जैन में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विवेक गुप्ता एडवोकेट ने चुनाव आयुक्त अनुपम राजन को मेल कर मांग की है कि वेयरहाउस में रखी जाने वाली इन नई पुरानी मशीनों को एक साथ रखने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। प्रत्येक मशीन और यूनिट सीआरसी (क्लोज रिजल्ट एंड क्लियर) प्रक्रिया को अत्यंत सावधानी एवं सतर्कता से जांच कर क्लीयरेंस सर्टिफिकेट सहित ही वेयरहाउस में सुरक्षित रखी जाएं। इसके साथ ही अभी से ही संपूर्ण वेयरहाउस की सुरक्षा उच्च कर्तव्य परायण रैंकिंग के अफसर द्वारा ही सुनिश्चित की जाए। एडवोकेट गुप्ता ने मांग की है कि वेयरहाउस के स्थान की लाइव रिकॉर्डिंग हाई कपैसिटी रिकार्डर से किया जाना सुनिश्चित की जाए। कभी भी आवश्यक रूप से किसी भी राजनीतिक दल के प्रतिनिधि को वेयरहाउस के द्वार इलाके तक प्रवेश की अनुमति हो। इसी प्रक्रिया से आगामी विधानसभा चुनाव पारदर्शी एवं निष्पक्ष हो सकेंगे।

महापौर चुनाव में तत्कालीन निर्वाचन अधिकारी ने डेटा प्री-लोड कर की थी गड़बड़ी…

उज्जैन के नगर निगम चुनाव में महापौर चुनाव में प्रत्येक मशीन की सीआरसी भी तत्कालीन निर्वाचन अधिकारी ने नहीं करवाई थी। फर्स्ट लेवल क्लीयरिंग यानी एफएलसी में भी मतों के डेटा लोड थे। चुनाव में गड़बड़ी के संबंध में महापौर चुनाव के संबंध में न्यायालय के समक्ष याचिका भी विचाराधीन है। एडवोकेट विवेक गुप्ता ने आशंका जताई है कि देश प्रदेश में भाजपा के खिलाफ माहौल बन चुका है और सत्तारूढ़ भाजपा प्रदेश में इस तरह की गड़बड़ी करा सकती है।

सत्ता दल के चाटुकारों की बनाई जा रही लिस्ट…

श्री गुप्ता ने दावा किया है कि प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने यह भी बताया है कि कांग्रेस पार्टी ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी नजर रखकर सूची बना रही है, जो सत्तारूढ़ दल की चाटुकारिता में लिप्त हैं तथा हर तरह का पक्षपात पूर्ण कार्य कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद निश्चित रूप से ऐसे चाटुकारों को परिणाम भुगतने होंगे।

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