एक दंगा : यादगार पर दर्दभरा ….

🔊 Listen to this हिन्दू-मुस्लिम दंगों के लम्बे इतिहास में मुरादाबाद वाला (13 अगस्त 1980) कई मायनों में सूचक रहा, द्योतक भी। विरला था। उसके आज ठीक चालीस वर्ष हो गए। रिपोर्टिंग पर मैं मुरादाबाद गया था। खूनी वारदात का मैं साक्षी रहा। सप्ताहभर “टाइम्स ऑफ़ इंडिया” (दिल्ली संस्करण) के मुख पृष्ठ पर लगातार छपता … Continue reading एक दंगा : यादगार पर दर्दभरा ….