20 किमी चलीं पैदल, डॉगी थक गया तो बैग फेंक कर गोद लिया, यूक्रेन से कुत्ते के साथ भारत लौटीं आर्या …
नई दिल्ली। आर्या ने दिल्ली आकर बताया, “छह महीने की सायरा लंबी सैर या युद्ध की दुर्दशा के लिए अभ्यस्त नहीं है। इसके बावजूद उसने मेरा पूरा सहयोग किया। एक समय वह काफी थक गई थी, क्योंकि उसके पैरों पर छाले दिखाई दे रहे थे। मैंने उसे ले जाने के लिए अपना बैग फेंक दिया। हिल स्टेशन मुन्नार में मेरे कुछ रिश्तेदार हैं, मौसम परिवर्तन के साथ ढलने के लिए कुछ दिनों के लिए मैं जायरा के साथ यहीं रहूंगी।”
इडुक्की से MBBS सेकेंड ईयर की छात्रा ने कहा, “मैंने तय किया था कि अगर मैं अपने देश वापस जाऊंगी तो जायरा मेरे साथ होगी। मुझे इसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ी और कई प्वाइंट्स पर पूछताछ के लिए मजबूर किया गया। कुछ लोग मुझ पर हंसे भी। एक बार तो मुझे 20 किलोमीटर पैदल चलना था, इसलिए सायरा को ले जाने के लिए मुझे अपने कपड़े के थैले फेंकने पड़े। अब मैं राहत महसूस कर रही हूं कि सायरा मेरे साथ है।”
वह आज शाम को कोच्चि के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट से रवाना होंगी। उन्होंने कहा कि चारों ओर खंडहरों के बीच जायरा का पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज तैयार करने के लिए उन्हें दो दिन तक मेहनत करनी पड़ी। निकासी बस में अपने पालतू जानवर के साथ यात्रा करते आर्य की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। वह बुधवार रात रोमानिया के बुखारेस्ट से फ्लाइट में सवार हुईं।
केरल की मेडिकल छात्रा आर्या एल्ड्रिन युद्धग्रस्त यूक्रेन से अपने पालतू कुत्ते के साथ सुरक्षित भारत लौटी हैं। आर्या को युद्ध से तबाह देश से भागने का मौका मिला था, लेकिन उन्होंने अपने कुत्ते के बिना जाने से इनकार कर दिया। उनके लिए अपने कुत्ते को लेकर लौटना आसान नहीं था। इसके लिए उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसे लेकर उनकी काफी तारफी हो रही है।