छत्तीसगढ़बिलासपुर

बिलासपुर में ट्रैफिक नियमों की उड़ी धज्जियां, एक दिन में 1 लाख 23 हजार लोगों ने तोड़े ट्रैफिक रूल्स, ई-चालान पहुंचाना यातायात पुलिस की बड़ी समस्या…

बिलासपुर। बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने आईटीएमएस प्रोजेक्ट का ठेका टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड को दिया है. कंपनी को कैमरे इंस्टाल करने के साथ ही 5 वर्षों तक प्रोजेक्ट का रख रखाव करना है. संचालन के लिए ट्रैफिक पुलिस और अन्य विभाग के कर्मियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है. ये आईसीसीसी बिल्डिंग में बैठकर CCTV कैमरे की मॉनिटरिंग नियमित रूप से कर रहे हैं.

जिले में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी इस कदर है कि रविवार को 1.23 लाख ने ट्रैफिक नियम तोड़ा. शहर में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों पर नजर रखी जा रही है, लेकिन नियम तोड़ने वालों को चालान न पहुंचने की वजह से वाहन चालक बेपरवाह बने हुए हैं. इधर अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पूरा सिस्टम चालू होगा और रूल्स तोड़ने वालों पर चालानी कार्रवाई होगी.

वहीं बीते रविवार को बिलासपुर के कुछ व्यस्ततम चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे सेट्रैफिक रूल्स तोड़ने वाले वाहनों की पहचान की गई. जिन चौराहों पर ई-चालान दर्ज किए गए, उनमें वीआर प्लाजा से मेग्नेटो मॉल, अग्रसेन चौराहे की ओर जाने वाली सड़कें शामिल हैं. इनमें 15 % लाल बत्ती का उल्लंघन, 6 % स्टॉप लाइन का उल्लंघन, 70 % बिना हेलमेट के वाहन चलाने वाले, तीन सवारी वाहन चालन के 8 फीसदी मामले शामिल हैं.

नियमों की अनदेखी करने वालों को ई-चालान भेजना है. ई-चालान वेबसाइट से जोड़ने के लिए एटीसी रायपुर को 4 जुलाई से 17 अक्टूबर तक 7 बार चिट्ठियां लिखी जा चुकी हैं, लेकिन अब तक यह वेबसाइट से नहीं जुड़ सका है. बिलासपुर के तारबाहर थाना परिसर में स्थित आईसीसीसी बिल्डिंग में ई-चालान के प्रिंट आउट तो निकाले जा सकते हैं, लेकिन वह तब तक वैध नहीं होंगे. जब तक कि वह अधिकृत प्राधिकारी द्वारा प्रमाणित नहीं होते. ई परिवहन के एक्सेस मिलते ही जारी होने वाले ई-चालान प्रमाणिकता के साथ वाहन चालक द्वारा वाहन रजिस्ट्रेशन के दौरान दर्ज कराए गए मोबाइल नंबर पर फारवर्ड हो जाएंगे.

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