लखनऊ/उत्तरप्रदेश

यूपी पुलिस का बर्बर चेहरा फिर आया सामने, गोद में बच्ची लिए शख्स को दरोगा ने जमकर पीटा, वीडियो वायरल होने के बाद हुआ सस्पेंड …

कानपुर । सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियो ने यूपी पुलिस का अमानवीय चेहरा एक बार फिर उजागर कर दिया है। यूपी पुलिस की इस करतूत की जहां चारों ओर निंदा हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ आरोपी दरोगा को सस्पेंड कर लाइन अटैच कर दिया गया है। मामले को लेकर एएसपी के नेतृत्व में जांच दल का गठन किया गया ह।

गोद में छोटी सी बच्‍ची लिए बख्‍श देने के लिए गिड़गिड़ाते पिता पर बर्बरता से लाठियां बरसाने वाला दारोगा अब सस्‍पेंड हो गया है। कल उसे इस मामले में लाइन हाजिर किया गया था। इस मामले की जांच एएसपी कर रहे हैं। शिकायत और वायरल वीडियो के आधार पर दारोगा को सस्‍पेंड किया गया है। कल पुलिस अधिकारियों ने कहा था जांच की निष्‍पक्षता बनाए रखने के लिए दारोगा के खिलाफ एक्‍शन लिया जा रहा है।

कानपुर देहात की इस घटना का वीडियो कल सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। वीडियो के वायरल होते ही लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने लगी। कई लोगों ने इसे यूपी पुलिस का बर्बर चेहरा बताया। वीडियो में एक शख्‍स गोद में छोटी सी बच्‍ची को लिए दिख रहा है जिस पर एक दारोगा जमकर लाठियां बरसा रहा है। इस दौरान वो शख्‍स लगातार कह रहा है- ‘ साहब! मत मारो बच्ची को लग जाएगी…’ लेकिन वर्दी के रुआब में दारोगा को उसकी गुहार सुनाई नहीं दे रही।

दारोगा दे दनादन बच्ची गोद में लिए बाप पर लाठियां बरसाता रहा। यही नहीं एक दूसरा पुलिसवाला बच्ची को उसके पिता की गोद से छीनकर उसे जीप में डालने लगा। गुरुवार को जिला अस्पताल में ओपीडी की तालाबंदी खुलवाने पहुंची पुलिस का यह क्रूर चेहरा सामने आया।

पुलिस बर्बरता का वीडियो वायरल होते ही हड़कंप मच गया। एसपी ने मामला संज्ञान में आने के बाद सीओ से जांच कराने की बात कही है। जिला अस्पताल में कर्मचारी नेता रजनीश शुक्ल की अगुवाई में कुछ मामलों को लेकर कर्मचारियों ने गुरुवार को अचानक ओपीडी बंद कराकर काम ठप करा दिया और धरने पर बैठ गए।

सीएमएस डॉ. वंदना सिंह की सूचना पर अकबरपुर कोतवाल विनोद मिश्र मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे। कर्मचारियों को गेट से हटाने के दौरान रजनीश शुक्ल कोतवाल से उलझ गए और हाथापाई शुरू हो गई। इस पर पुलिसकर्मियों ने कर्मचारियों को पीटना शुरू कर दिया। इसी बीच एक कर्मचारी अपनी बच्ची को गोद में लिए था।

थानेदार भी उस पर भी लाठी बरसाने लगा। कर्मचारी चिल्लाता रहा तभी एक सिपाही आया और उसकी गोद से बच्ची को छीनकर उसे पुलिस जीप में डालने लगा। छोड़ दो..छोड़ दो….साहब! की गुहार लगाकर बेबस पिता किसी तरह बच्ची को सिपाही से लेकर मौके से भाग निकला।

जिला अस्पताल के कर्मचारियों ने मेडिकल कॉलेज परिसर में बन रही यूनिट के लिए खोदी जा रही मिट्टी को बेचे जाने तथा खनन पर नाराज थे। उनका कहना था कि खुदाई से उड़ने वाली धूल से बच्चे बीमार हो रहे हैं और मिट्टी के ढेर से आवास जाने वाला रास्ता बाधित हो रहा है। गुरुवार को कर्मचारियों ने सीएमएस को ज्ञापन सौंपने के बाद ओपीडी में तालाबंदी कर दी। इसके बाद अस्पताल गेट पर ही धरना-प्रदर्शन करने लगे। इससे अस्पताल आए मरीज भटकने के बाद बैरंग लौट गए।

सीएमएस डॉ. वंदना सिंह ने कहा, ‘कर्मचारियों ने दोपहर 12.05 बजे ज्ञापन दिया उसके बाद ओपीडी में तालाबंदी कर दी। डीएम और सीएमओ को अवगत कराया गया है। हंगामा करने वाले कर्मियों पर कार्रवाई होगी।’

कानपुर देहात के एसपी केशव चौधरी ने कहा, ‘पुलिस पिटाई व बच्ची को छीनने का वीडियो वायरल हुआ है। इस मामले की जांच सीओ को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।’

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