छत्तीसगढ़बिलासपुर

होम आइसोलेशन में अतिरिक्त सावधानी बरतें कोविड के मरीज, परिवार को संक्रमण से बचाकर रखें : स्वास्थ्य विभाग ने जारी की गाइडलाइन …

बिलासपुर ।  स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी नई गाइडलाइन में कहा गया है कि होम आईसोलेशन के मरीज नियमित रूप से एसपीओ-2 तथा सांस की स्थिति समीक्षा करते रहें तथा निर्धारित सीमा से कम होने की अवस्था में कंट्रोल रूम को तत्काल सूचित करें।

वर्तमान समय में कोविड-19 का संक्रमण नये वेरियेंट के साथ परिलक्षित हो रहा है। इस समय कोविड-19 का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है तथा एक के बीमार होने पर परिवार के लगभग सभी सदस्य संक्रमित हो रहे हैं। इसके साथ ही इस वेरियेंट से बच्चों में भी संक्रमण देखा जा रहा है। वर्तमान वेरियेंट अत्यधिक घातक है तथा इससे मृत्यु की संख्या पहले की अपेक्षा ज्यादा देखी जा रही है। अतः ऐसी स्थिति में यह आवश्यक हो गया है कि होम आईसोलेशन की स्थिति में मरीज व उनका परिवार अतिरिक्त सावधानी बरते।

गाइडलाइन के अनुसार मरीज के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा 94 प्रतिशत से कम होने की अवस्था में वह तत्काल पेट के बल लेट जायें तथा सिर के नीचे, पेट के नीचे एवं पैरों के नीचे 1-1 तकिया रख ले, जिससे सांस लेने की समस्या कम हो सके। शरीर में पानी की मात्रा को पर्याप्त स्तर तक बनाये रखने के लिए आवश्यक रूप से निरंतर पानी अथवा अन्य पेय पदार्थ सेवन करते रहें। होम आईसोलेशन के दौरान मरीज लगातार भाप लेते रहें, हल्के गुनगुने पानी से गरारा करते रहें तथा सांस से संबंधित व्यायाम निरंतर करते रहें।

होम आईसोलेशन में मरीज के लिए अनिवार्य रूप से शौचालययुक्त पृथक कमरा होना आवश्यक है। मरीज अपने कमरे एवं शौचालय की सफाई प्रतिदिन चिकित्सकों के निर्देश के अनुसार करेंगे। कमरे की खिड़की एवं दरवाजे ज्यादातर समय खुला रखें एवं घर में पंखा तथा एग्जास्ट की व्यवस्था किया जाना उचित होगा।

होम आईसोलशन की पूरी अवधि, 17 दिन के दौरान मरीज अपने कमरे से बाहर न निकलें। चिकित्सक की सलाह अनुसार मरीज अपनी दवाईयों का नियमित सेवन करें। मरीज से संबंधित किसी भी वस्तु का उपयोग परिवार के अन्य सदस्य न करें। मरीज के परिवार के प्रत्येक सदस्य बचाव हेतु चिकित्सक की सलाह अनुसार प्रोफेलेक्सिस की दवाई अनिवार्य रूप से लें।

मरीज के साथ ही परिवार के प्रत्येक सदस्य को अधिकांश समय ट्रिपल लेयर मास्क लगाना अनिवार्य है। होम आईसोलेशन के दौरान घर के अंदर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। मरीज खतरे के किसी भी संकेत- ऑक्सीजन सामान्यतः 94 प्रतिशत से कम, तापमान 100 से अधिक तथा सांस लेने में समस्या होने पर तत्काल कंट्रोल रूम से संपर्क करें।

Back to top button