लेखक की कलम से

लॉक डाउन पीरियड का फायदा उठाएं, बच्चों को थोड़ा एक्टिव बनाए और उनकी हॉबी डेवलप करें …

जैसा कि हम सभी जानते हैं लॉक डाउन कुछ दिनों तक एक्सटेंड हो गया है। साथ ही बच्चों के स्कूल भी अभी बंद हैं। एक तरफ सभी बड़े परेशान हैं कि दिनभर क्या करें ? ऊपर से दिनभर न्यूज चैनलों पर बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या से यूं ही चिंता बढ़ जाती है। हमारे लिए तो जैसे एक के एक बाद एक टेंशन लेने के लिए बहाने बने हुए हैं।

दूसरी ओर घर में बच्चे बोर हो रहे है उदास है अपने साथियों के साथ घूमने फिरने नहीं जा पा रहे। पैरेंट्स भी परेशान हैं कि उन्हें कैसे इंगेज किया जाए। यहां हम आपसे कुछ टिप्स शेयर करेंगे जो शायद आपके लिए मददगार साबित हो सकती है।

धार्मिक ग्रंथों से जोड़ें

अक्सर कई पेरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चों को वो धर्म की शिक्षा दें। धार्मिक ग्रंथों से जुड़ी बातें बताएं लेकिन समय की कमी और भागदौड़ की ज़िंदगी में इन सब के लिए समय ही कहां मिल पाता है। किन्तु लॉक डाउन की घड़ी में यह सबसे उचित समय है। अपने बच्चों को अपने ग्रंथों से जोड़ने का, उनसे जुड़े साहसिक किस्से जो बच्चों में मानवीय मूल्यों को भर दे।

रसोई से जोड़ें

खाने-पीने के तो सभी बच्चे शौकीन होते हैं लेकिन आजकल स्कूल-ट्यूशन्स के चक्कर में बच्चे ज्यादातर गतिविधियां नहीं कर पाते। ऐसे में आप उन्हें चाय या मैगी जैसी छोटी-छोटी चीजें बनाना सिखा सकते हैं। उससे उन्हें खुशी भी मिलेगी और धीरे-धीरे अपना काम स्वयं करने का जोश भी आएगा।

इनडोर गेम्स सिखाएं

बच्चों को इनडोर खेलों से जोड़ें जैसे लूडो, चेस, आर्ट एंड क्राफ्ट इससे बच्चों को घर में बोरियत भी नहीं होगी और बच्चों का माइंड कुछ क्रिएटिव और पॉजिटिव करने में लगेगा। साथ ही चेस जैसे गेम से बच्चों का ब्रेन डेवलपमेंट भी होगा।

गार्डेनिंग पर जोर दें

वैसे बच्चों को बगीचे, फूलपौधे हमेशा पसंद आते हैं। यही बात उनको बागबानी से जोड़ सकतीं हैं। कुछ खाली गमलों या थोड़ी खाली जगह आपके गार्डन में होतो उन्हें कोई पौधा जैसे गुलाब या कोई और फूल या टमाटर, हरी मिर्च घर में काम आने वाली चीज़ों को उगाना सिखाएं उन्हें बहुत खुशी भी होगी और कैसे एक छोटा पौधा अंकुरित हो कर फल देता है वो खुद अनुभव कर पाएंगे।

क्रिएटिविटी पर करें फोकस

नॉर्मल दिनों में बच्चे ज्यादातर पढ़ाई-लिखाई, ट्यूशंस आदि में इतना बिजी रहते हैं कि उन्हें अपनी हॉबी और कुछ क्रिएटिव करने के लिए टाइम नहीं मिल पाता। इस समय को कुछ क्रिएटिव बनाने की कोशिश करें उन्हें पेंटिंग्स बनाना या कुछ नए तरीके के क्राफ्ट बनाना सिखाएं। जरूरी नहीं कि हर बच्चा पढ़ाई में ही अव्वल हो। कुछ बच्चों में पिकासो तो कुछ में किसी बॉलीवुड के कलाकार बनने की क्षमता है। बस इसी को सराहना देते हुए उन्हें अपने इंटरेस्ट की चीज़ों में अच्छा करने के लिए मोटिवेट करें।

©परिधि रघुवंशी, मुंबई

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