नई दिल्ली

कश्मीर को लेकर सऊदी अरब का बयान- हम मध्यस्थता को तैयार, मोदी सरकार ने कहा- भारत के अंदरूनी मसलों में दखल देने का किसी देश को हक नहीं …

नई दिल्ली । कश्मीर मसले को लेकर भारत और पाकिस्तान तीन बार लड़ चुके हैँ और हर बार पाकिस्तान की हार हुई है। पाकिस्तान की सरकार ने हाल के दिनों में बार-बार कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत शुरू करने के लिए भारत को जम्मू और कश्मीर में अगस्त 2019 में लिए फैसले को पलटना होगा। मोदी सरकार ने इस बात पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा है कि जम्मू और भारत का अभिन्न अंग है और भारत के अंदरूनी मसलों में किसी भी देश को दखल देने का हक नहीं है।

सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान भारत के दौरे पर थे। इस दौरे पर भारत-सऊदी संबंध और अफगानिस्तान को लेकर विस्तार से बातचीत हुई है। भारत और पाकिस्तान संबंधों को लेकर प्रिंस फैसल ने कहा है कि हम दोनों देशों के बीच बातचीत स्थापित करने को लेकर मध्यस्थता को तैयार हैं लेकिन वक्त दोनों देशों को तय करना होगा।

प्रिंस फैसल ने कहा है कि हम हर वक्त शानदार ऑफिस देने को तैयार हैं लेकिन यह भारत और पाकिस्तान को तय करना है कि कब बातचीत की जाए। उन्होंने कहा है कि कश्मीर दोनों देशों के बीच एक विवाद बना हुआ है। हम गुजारिश करेंगे कि इस मुद्दे को हल करने के लिए दोनों देश केंदित होकर काम करें ताकि इन चिंताओं का स्थायी रूप से समाधान हो सके।

सऊदी अरब की अगुवाई वाले ऑर्गेनाइजेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन (IOC) द्वारा हाल ही में जम्मू-कश्मीर और भारतीय मुसलमानों की स्थिति को लेकर किए गए कमेंट को लेकर प्रिंस फैसल ने कहा है कि ये सब भारत के घरेलू मुद्दे हैं। इस पर भारत सरकार और भारतीय लोगो को फैसला करना है।

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