लेखक की कलम से

कलाम को सलाम …

 

भारत रतन हो आप

हो आप सबसे महान

श्रद्धांजलि भेंट करती हूं आपको

दिल से करती हूँ नमन।

 

हमारे गौरव हो आप

देश को बहुत कुछ किया हैं दान

आपके गुणों की रोशनी हर तरफ फैली हुई हैं

ना भूल पाएगा कोई आपकी मुस्कान।

 

आज आपकी अंतिम विदाई में

हर किसीके नम हो गए नैन

सम्पूर्ण विश्व याद करता हैं आपको

हर कोई करता हैं सम्मान।

 

महान वैज्ञानिक हो आप

हर काम करते थे होकर मगन

आज हम सारे भारतवासी मिलकर

तहदिल से आपको करते हैं सलाम।।

 

©मनीषा कर बागची                           

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