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रिटायर्ड ACP का समीर वानखेड़े पर लगाया आरोप, मेरे बेटे को फर्जी ड्रग्स केस में फंसाया गया …

मुंबई। आर्यन केस के बाद से सुर्खियां बटोर रहे समीर वानखेड़े धार्मिक विवाद के बाद अब एक नए मामले में फंसते नजर आ रहे हैं। आर्यन खान ड्रग्स मामले में कोर्ट से क्लीन चिट मिलने के बाद समीर वानखेड़े ने एक अन्य नव-युवक को ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया है। मामले में कथित आरोपी के पिता पूर्व एसीपी अनंत केंजले ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर बेटे को झूठे मामले में फंसाने का आरोप लगाया है।

हाई-प्रोफाइल आर्यन खान ड्रग्स मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और उसके जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर संगीन आरोप सामने आने के बाद अब मुंबई में एक सेवानिवृत्त सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) ने दावा किया है कि एनसीबी ने इस साल की शुरुआत में एक झूठे केस में उनके बेटे को गिरफ्तार किया था। इस संबंध में 26 वर्षीय आरोपी श्रेयस के पिता पूर्व एसीपी अनंत केंजले ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया है। हलफनामे में इस बात पर जोर दिया गया है कि श्रेयस की गिरफ्तारी के वक्त समीर वानखेड़े मौजूद थे लेकिन पंचनामे में इस बात का जिक्र नहीं किया गया।

मुंबई के सेवानिवृत्त एसीपी अनंत केंजले ने एनसीबी और समीर वानखेड़े पर अपने बेटे को झूठे केस में फंसाने के आरोप लगाए हैं। श्रेयस केंजले की ओर से कोर्ट में दाखिल किए गए हलफनामे में उनके अपार्टमेंट की इमारत से सीसीटीवी फुटेज को रिकॉर्ड में लेने के लिए प्रार्थना की गई है ताकि उनके दावे को सत्यापित किया जा सके कि गिरफ्तारी के वक्त समीर वानखेड़े भी मौजूद थे लेकिन पंचनामे में इस बात का जिक्र नहीं किया गया।

बता दें कि श्रेयस केंजले को एनसीबी ने इस साल 22 जून की शाम 8 बजे एनडीपीएस अधिनियम की धारा 8 (सी), 20 (बी) (ii) (ए), 22 (सी), 27, 27 ए, 28 और 29 के तहत गिरफ्तार किया था। एनसीबी ने कथित तौर पर श्रेयस केंजले के पास से 300 ग्राम हरी पत्तेदार गांजा और 436 एलएसडी ब्लाट बरामद किया था। पंचनामा में कहा गया है कि बरामद गांजा को पैक कर सील कर दिया गया था। आरोपी के आवेदन में कहा गया है कि गिरफ्तारी की रात सीसीटीवी फुटेज में कैद समीर वानखेड़े सहित एनसीबी अधिकारियों की हरकत पंचनामा की वास्तविकता के बिल्कुल विपरीत है।

हलफनामे में लिखा गया है कि समीर वानखेड़े गिरफ्तारी की रात 9 बजकर 47 मिनट पर मेन गेट से बिल्डिंग में दाखिल हुए। कुछ मिनट बाद वह लिफ्ट में चढ़ गए और फिर वीवी सिंह (आर्यन खान मामले में जांच अधिकारी भी थे) जैसे अधिकारियों के साथ भी काफी वक्त थे।

हलफनामे में कहा गया है कि समीर वानखेड़े की उपस्थिति का पंचनामा में उल्लेख नहीं किया गया है। हालांकि, सीसीटीवी रिकॉर्डिंग से संकेत मिलता है कि वह अनंत केंजले के घर में आए थे और लगभग 10.50 बजे इमारत से निकल गए थे। अभियोजन पक्ष ने इस मामले में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है कि पंचनामे में उनकी उपस्थिति क्यों नोट नहीं की गई।

पूर्व पुलिस अधिकारी अनंत केंजले ने अपने हलफनामे में यह भी कहा है कि उन्होंने अपने आवास पर एनसीबी से पंचनामा मांगा लेकिन नहीं दिया गया फिर, उन्होंने एनसीबी कार्यालय में फिर से पूछा। कई घंटे तक कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने एनसीबी को इस संबंध में ई-मेल किया। इसके तुरंत बाद अनंत केंजले को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। पूर्व एसीपी ने दावा किया कि उनके बेटे ने उनसे बात की और कहा कि उन्हें ई-मेल नहीं भेजना चाहिए था क्योंकि एनसीबी के अधिकारी अब उनके खिलाफ एक बड़ा मामला थोपेंगे। एनसीबी इस हफ्ते के अंत तक इस मामले में अपना जवाब दाखिल करेगी।

इससे पहले, ड्रग्स मामले में आरोपी 20 वर्षीय जैद राणा ने अपनी गिरफ्तारी के सात महीने बाद आरोप लगाया था कि समीर वानखेड़े की अपने परिवार के साथ निजी दुश्मनी के कारण उसके घर पर ड्रग्स रखे थे। उन्होंने अपने अपार्टमेंट की इमारत से सीसीटीवी फुटेज को रिकॉर्ड में लेने के लिए भी इसी तरह की याचिका दायर की। जैद राणा ने यह भी दावा किया कि फुटेज में समीर वानखेड़े को देखा जा सकता है लेकिन पंचनामे ने उनकी उपस्थिति का जिक्र नहीं किया गया। एनसीबी ने इन आरोपों का खंडन किया है।

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