नई दिल्ली

शिवाजी की मूर्ति पर स्याही डालने का विरोध, सरकारी गाड़ियों में तोड़फोड़ कर स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा को पहुंचाया नुकसान…

नई दिल्ली। बेंगलुरू में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति पर स्याही डाले के बाद कर्नाटक-महाराष्ट्र की सीमावर्ती इलाकों में तनाव बढ़ गया है। तनाव को देखते हुए कर्नाटक के बेलागवी में भीड़ जुटाने की मनाही है। बताया जा रहा है कि स्याही फेंकने की यह घटना बुधवार रात की है। महाराष्ट्र के कुछ एक्टिविस्टों ने पिछली रात बेलागवी में सांभाजी सर्किल के पास प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी इस घटना में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। हालांकि, यह प्रदर्शन जल्द ही हिंसा में तब्दील हो गई। हिंसा के दौरान 12 से ज्यादा सरकारी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई और पत्थर भी फेंके गये। इतना ही नहीं स्वतंत्रता सेनानी संगोली रयानी की मूर्ति को भी नुकसान पहुंचा गया।

कर्नाटक के गृहमंत्री अरागा जनेन्द्र ने कहा, ‘जिन लोगों ने शुक्रवार की रात स्वतंत्रता सेनानी संगोली रयाना की मूर्ति को नुकासन पहुंचाया है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने का आदेश मैंने पुलिस को दिया है। बेंगलुरू में जिन लोगों ने शिवाजी की मूर्ति पर स्याही फेंकी है उनपर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वो महान हस्तियों को अपमानित ना करें।’

बताया जा रहा है कि इस तनाव की शुरुआत तब हुई जब 13 दिसंबर को महाराष्ट्र एकीकरण समिति ने कर्नाटक विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया था। समिति के सदस्य बेलगावी को महाराष्ट्र में शामिल करने की मांग कर रहे थे। इनका कहना था कि बेलगावी में मराठी भाषा बोलने वाले लोगों की आबादी ज्यादा है इसलिए इसे महाराष्ट्र में शामिल किया जाए। इस प्रदर्शन के दौरान थोड़ी ही देर बाद कर्नाटक के कुछ संगठन के लोग प्रदर्शन करने लगे और फिर महाराष्ट्र एकीकरण समिति के सदस्य दीपक दाल्वी के चेहरे पर स्याही फेंकी गई थी।

इसके प्रतिशोध में मंगलवार को समिति के सपोर्टरों ने कर्नाटक के झंडे को जलाया। झंडा जलाने की घटना कोल्हापुर में हुई। इसके अगले ही दिन शिवाजी की मूर्ति पर स्याही डाल दी गई। मूर्ति पर स्याही डाल रहे एक युवक का वीडियो भी वायरल हुआ है। कर्नाटक विधानसभा ने राज्य का झंडा जलाए जाने के विरोध में विधानसभा में निंदा पारित करने का फैसला भी किया।

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