लेखक की कलम से

प्रेम …

 (लघु कथा )

उसे अपने अमीर रिश्तेदारों से प्रेम था।मैं ग़रीब थी।उसने मेरा अपमान किया।घर बुला कर ज़लील किया।

एक दिन अचानक मेरी लाटरी लग गयी और उसे मुझसे प्रेम हो गया।

©डॉ. दलजीत कौर, चंडीगढ़

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