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पंडित कालीचरण की काली जुबासन पर छत्तीसगढ़ में सियासत, पूर्व CM रमन बोले- कांग्रेस का आयोजन, भाजपा पर नहीं उठाएं सवाल …

रायपुर ।  रायपुर में आयोजित धर्म संसद में महाराष्ट्र के पंडित कालीचरण के कड़वे और जहरीले बोल से छत्तीसगढ़ ही नहीं देश में बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। इस मामले को लेकर प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस और मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा भी आमने-सामने है। कांग्रेस के पीसीसी चीफ मोहन मरकाम व रायपुर निगम के सभापति प्रमोद दुबे की शिकायत पर रायपुर में एफआईआर दर्ज की गई है। इधर सीएम भूपेश बघेल के भाजपा पर निशाना और हिंसात्मक बातें बर्दाश्त नहीं करने के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पलटवार किया है। डॉ. रमन ने कहा कि धर्म संसद बुलाने वाले कांग्रेसी थे। ऐसे में भाजपा पर सवाल उठाना ठीक नहीं है।

डॉ. रमन सिंह ने कहा कि धर्म संसद बुलाने वाले मुख्य आयोजनकर्ताओं में कांग्रेस के नेता थे। फिर भाजपा पर सवाल क्यों? आयोजन करने वालों कांग्रेसियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि यह विशुद्ध कार्यक्रम कांग्रेस का था। भूपेश सरकार को कांग्रेसियों पर भी अपराध दर्ज करना चाहिए। डॉ. रमन ने कहा कि धर्म संसद में सिर्फ धर्म की बातें होनी चाहिए। वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि हम महात्मा गांधी के अनुयायी हैं और हम उन्हें राष्ट्रपिता मानते आ रहे हैं और हमेशा मानते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि जिनको जो बोलना था वे बोलकर जा चुके हैं। एफआईआर और निंदा करने से शब्द वापस नहीं आने वाले। रायपुर में धर्म संसद बुलाई गई उस पर किसी का नियंत्रण नहीं था। वैसे भी पंडित कालीचरण अपने मन की बात करते हैं। ऐसे कार्यक्रमों में आयोजन समिति को विषय का निर्धारण पहले कर लेना चाहिए। कार्यक्रम में आए अतिथियों का अपमान भी न हो और अगर कोई विवादित बयान दें तो उन्हें तुरंत रोका जाना चाहिए।

बता दें कि संत कालीचरण महाराज ने सभा में कहा था कि मोहनदास करमचंद गांधी ने उस समय देश का सत्यानाश किया। नमस्कार है पंडित नाथूराम गोडसे को, जिन्होंने उन्हें मार दिया। पंडित नाथूराम गोडसे को जब दोनों हाथ जोड़कर पंडित कालीचरण ने नमस्कार किया तो भीड़ जय श्रीराम के नारे लगाकर तालियां बजाने लगी। पंडित कालीचरण ने यह भी कहा कि राजा यानी कि सांसद, विधायक देश का मंत्री-प्रधानमंत्री ऐसा होना चाहिए जो कट्टर हिंदूवादी हो। उन्होंने यह भी कहा कि जो हिन्दू हिंद की बात करेगा वही देश में राज करेगा। उन्होंने कहा था कि हमेशा लोग वोट देने नहीं जाते, ऐसा न करने पर देश में इस्लाम हावी होगा।

धर्म संसद का विवाद अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि रायपुर में पदस्थ जिला सहायक खाद्य अधिकारी (AFO) पंडित संजय दुबे ने महात्मा गांधी पर सोशल मीडिया में एक अपमानजनक कमेंट पोस्ट कर दिया। बवाल मचने के बाद विभाग ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 की कंडिका 3 का उल्लंघन मानते हुए उन्हें निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। निलंबन अवधि में पंडित संजय दुबे का मुख्यालय कार्यालय कलेक्टर (खाद्य शाखा) जिला कबीरधाम (कवर्धा) किया गया है। इधर खाद्य अधिकारी पंडित संजय दुबे पर केस दर्ज करने गुढ़ियारी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के नेता सोमेन चटर्जी ने गंज थाना में आवेदन दिया है।

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