छत्तीसगढ़

सरपंच की हत्या से लोग हुए आक्रोशित, सड़क पर शव रखकर कर रहे हैं आंदोलन…

जांजगीर। जांजगीर में सरपंच द्वारिका प्रसाद चंद्रा (50) की हत्या को लेकर लोगों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रामीणों और परिजनों ने 20 घंटे से सक्ती-छपोरा मार्ग जाम कर रखा है। सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं। मौके पर पुलिस मौजूद है, लेकिन ग्रामीणों के गुस्से को देख उन्होंने दूरी बना रखी है। दबंगों ने रविवार को लाठी-डंडों से पीट-पीट कर सरपंच की हत्या कर दी थी। सरपंच सरकारी जमीन पर कब्जे का विरोध कर रहे थे।

सरपंच संघ के नेतृत्व में ग्रामीणों ने मालखरौदा क्षेत्र के वीर भाठा चौक पर ट्रैक्टर खड़ा कर रास्ता बंद कर दिया है। इसके साथ ही बीच चौक पर त्रिपाल लगाकर सड़क पर शव रखकर बैठे हुए हैं। रविवार दोपहर करीब 2 बजे से ग्रामीण वहीं प्रदर्शन कर रहे हैं। ठंड होने के बावजूद सारी रात ग्रामीण डटे रहे। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन की लापरवाही के चलते सरपंच की जान गई है। घटना के दौरान पुलिस आई थी, लेकिन कार्रवाई किए बिना लौट गई।

इस बीच बताया जा रहा है कि सरपंच की हत्या में शामिल 3 आरोपियों ने देर रात पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। इसको लेकर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। इसमें कुछ लोग बाते करते हुए सरेंडर करने की बात कह रहे हैं। इस वीडियो में दिख रहे लोगों को ही हत्यारोपी बताया जा रहा है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं है। पुलिस अफसर भी इस संबंध में फिलहाल कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।

गांव की सरकारी जमीन पर कब्जा करने का विरोध करने पर चार अतिक्रमणकारियों ने पिछले साल सरपंच द्वारिका चंद्रा पर जानलेवा हमला किया था। पिछली बार तो उसकी जान बची गई। तब आरोपियों के खिलाफ सरपंच की हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। अभी आरोपी जमानत पर हैं। उन्हीं आरोपियों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर दूसरी बार सरपंच पर हमला किया। इस बार सरपंच बच नहीं सका और उसकी हत्या हो गई।

मालखरौदा क्षेत्र के भुतहा गांव में कुछ दबंगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया है। उस पर फसल भी लगा दी है। इसकी शिकायत मिलने पर राजस्व विभाग ने नोटिस जारी किया था। साथ ही फसल कटवा कर शासन के सुपुर्द करने की जिम्मेदारी सरपंच द्वारिका प्रसाद चंद्रा को सौंपी थी। यह कार्रवाई सोमवार को की जानी थी। इससे एक दिन पहले ही दबंग फसल कटवाने पहुंच गए। सरपंच ने आपत्ति जताई तो उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।

Back to top button