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भीख में आजादी पर कंगना को नवाब मलिक की खरी-खरी, बोले- लगता है हशीश की हेवी डोज लेकर बैठी थीं… पद्मश्री वापस लेने व अपराध दर्ज करने की मांग ….

मुंबई। ‘आजादी 2014 में मिली’ कंगना रनौत के इस बयान पर सियासी भूचाल आ गया है। कंगना रनौत के विवादास्पद बयान की न केवल निंदा की जा रही है, बल्कि उनसे पद्मश्री वापस लेने की भी मांग भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार से की जा रही है। कंगना रनौत के असल आजादी वाले बयान पर अब एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने भी हमला बोला है। नवाब मलिक ने शुक्रवार को कंगना रनौत के बयान की निंदा की और कहा कि ऐसा लगता है कि बयान देने से पहले बॉलीवुड अभिनेत्री ने हेवी ड्रग्स ली थी।

आर्यन खान केस में एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर ताबड़तोड़ हमला करने वाले नवाब मलिक ने कंगना रनौत के बयान की निंदा करते हुए कहा, ‘हम कंगना रनौत के इस बयान की कड़ी निंदा करते हैं कि भारत को 2014 में आजादी मिली। अभिनेत्री ने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया। मोदी सरकार को कंगना से पद्मश्री वापस लेना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए।’

महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने आगे कहा कि ऐसा लगता है कि इस तरह का बयान देने से पहले कि भारत को 2014 में आजादी मिली थी, कंगना रनौत ने मलाणा क्रीम (हशीश की एक विशेष किस्म, जो विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश में उगती है) की हेवी डोज ली थी। बता दें कि इससे पहले वरुण गांधी से लेकर कई नेता कंगना रनौत की आलोचना कर चुके हैं।

दरअसल, अभिनेत्री कंगना रनौत ने पीएम नरेंद्र मोदी का महिमा मंडन करते हुए यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि भारत को ‘1947 में आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी और जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली, जब नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई। पहले भी विवादास्पद बयान देती रहीं कंगना अपने इस बयान से एक बार फिर विवाद में पड़ गयी हैं। आम आदमी पार्टी ने मुंबई पुलिस में आवेदन दाखिल कर कंगना के खिलाफ ‘राजद्रोह पूर्ण और भड़काऊ’ बयान के लिए मामला दर्ज करने की मांग की है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी समेत कई नेताओं, सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं एवं अन्य लोगों ने बुधवार शाम को एक कार्यक्रम में दिये गये अभिनेत्री के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

कंगना रनौत विवादास्पद बयानों को लेकर अक्सर खबरों में रहती हैं-चाहे भाई-भतीजावाद पर फिल्मकार करण जौहर के साथ उनका झगड़ा हो, किसानों के प्रदर्शन पर अभिनेता-गायक दिलजीत दोसांझ के साथ तनातनी रही हो, महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना सरकार की आलोचना करने वाले उनके ट्वीट रहे हों या मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से करने की बात हो।

उन्होंने अभिनेता सुशांत की मौत के बाद मुंबई में असुरक्षित महसूस करने की बात कही थी जिसके बाद मोदी सरकार ने उन्हें वाई-प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की। ट्विटर ने अभिनेत्री का खाता स्थायी रूप से निलंबित कर दिया है और कहा कि ‘ट्विटर के नियमों का बार-बार उल्लंघन करने पर’ ऐसा किया गया। पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा पर उनके बयानों के बाद ट्विटर ने यह कदम उठाया था। अब वह इंस्टाग्राम पर अपने वीडियो और संदेश डालती हैं।

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