रायपुर। जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। तर्रेम थानाक्षेत्र के वट्टीगुड़ा गांव से एक परिवार नक्सलियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाने जिला मुख्यालय पहुंचा है। पुलिस ने हत्या के सबूत मांगें तब पीड़ित परिवार मृतक की अस्थियां लेकर थाने पहुंचा। पुलिस ने पीड़ित परिवार द्वारा उपलब्ध करवाई गई हड्डियों को जांच के लिए भेज दिया है। वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है। पूरा मामला नक्सल हिंसा से जुड़ा है।
दरअसल, घटना 27 मार्च की है। तेलंगाना के राजूनगरम से मड़कम आयता अपने पुस्तैनी गांव वट्टीगुड़ा पहुंचा था। नक्सलियों ने उसका अपहरण कर लिया और जनअदालत में गाला घोंट कर हत्या कर दी। घटना के बाद से मृतक के परिजन डर गए, लेकिन अब वे इस मामले में नक्सलियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाना चाहते हैं। मृतक के भतीजे देवा मड़कम ने बताया कि उसके चाचा मड़कम आयता ने 2005 में दूसरी शादी कर ली थी और उस वक़्त माओवादियों ने इसका विरोध किया था, जिससे अपनी जान बचाने के लिए वह तेलंगाना के राजूनगरम चला गया और वहीं रहकर खेती करने लगा। उस समय उसकी दूसरी पत्नी ज्योति मड़कम भी तेलंगाना में रहने लगी। धीरे-धीरे समय बीतने लगा तो मड़कम आयता अपने पैतृक गांव आने-जाने लगा।
तेलंगाना से छत्तीसगढ़ आने के दौरान वह इस बात का भी ध्यान रखता था कि उसके आने की खबर माओवादियों को न लगे। लगातार अपने गांव से सुरक्षित वापस तेलंगाना लौटने से धीरे-धीरे उसका डर काम होने लगा। 27 मार्च को एक बार फिर वह अपने ट्रैक्टर से मजदूर लेने और अपनी पहली पत्नी के बच्चों से मिलने अपने गांव वट्टीगुड़ा लौटा। इस दौरान उसके साथ उसका साथी पाण्डु भी लौटा था, जो उसके साथ ही तेलंगाना में बस चुका था। मड़कम आयता और पाण्डु के गांव आने की खबर माओवादियों को लग गई। नक्सलियों ने दोनों को अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान माओवादियों ने जनअदालत लगाकर मड़कम आयता और पाण्डु की रस्सियों से गाला घोंटकर हत्या कर दी।
घटना से मृतक के परिजन काफी डर गए और इसके बारे में किसी से शिकायत नहीं की, लेकिन कुछ समय बाद मृतक की दूसरी पत्नी ज्योति मड़कम ने नक्सलियों के खिलाफ ठाणे में मामला दर्ज करवाने का फैसला करते हुए तेलंगाना के भद्राचलम पहुंचे, जहां उन्हें घटना स्थल छत्तीसगढ़ का होना बताकर बीजापुर भेज दिया गया। बीजापुर पहुंचने पर पुलिस ने उनसे मड़कम आयता की हत्या होने की जानकारी के संबंध में कुछ सबूत लाने को कहा, तब पीड़ित परिवार ने मृतक की अस्थियां कपडे में लपेट कर बीजापुर मुख्यालय पहुंच गए। शिकायत पर अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बीजापुर एसपी अंजय वैष्णव ने बताया कि पीड़ित परिवार प्राथमिकी दर्ज कराना चाहती है। इस मामले में पुलिस के सामने यह दुविधा है कि संबंधित व्यक्ति का माओवादियों ने अपहरण कर लिया यह जानकारी परिजनों को है। ऐसे में क्या उसकी हत्या हुई या नहीं इस पर संशय होने की स्थिति में परिजनों से हड्डियां मंगवाई गई हैं। पीड़ित परिवार द्वारा जो हड्डियां उपलब्ध करवाई गई हैं, उसे जांच के लिए भेज दिया गया है। साथ ही पीड़ित परिवार को पुलिस सुरक्षा में तर्रेम थाना भेजकर मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच भी कर रही है। जांच के बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो सकेगा।