लेखक की कलम से

मेरी माँ प्यारी माँ …

माँ ममता है,

करुणा की मूरत,

अहसास है,

माँ भावना है,

श्रम की तू ताप है,

प्रेम की भाव,

तू अनुपम,

माँ ईश्वर की रूप,

वसुंधरा है,

माँ संवेदना,

तू अद्वतीय है माँ,

ह्रदय की भाव,

©योगेश ध्रुव, धमतरी, छत्तीसगढ़                                               

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