मध्य प्रदेश

दमोह में नाराज रहे मुकेश नायक को खंडवा की जिम्मेदारी, राजकुमार पटेल को सह प्रभारी बनाया…

भोपाल। मध्यप्रदेश में खंडवा लोकसभा और 3 विधानसभा सीटों के उप चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई हैं. पहले विधानसभा औऱ फिर दमोह उप चुनाव में जीत से उत्साहित कांग्रेस ने पहले जीत का दावा किया और अब अपने असंतुष्ट साथियों पर भरोसा जता दिया. पीसीसी चीफ कमलनाथ ने इसकी शुरुआत खंडवा सीट से कर दी है. दमोह उपचुनाव के दौरान नाराज रहे मुकेश नायक को खंडवा लोकसभा सीट की जिम्मेदारी दे दी गयी है. उनके साथ अरसे से हाशिए पर पड़े नेता राजकुमार पटेल को सह प्रभारी बनाया गया है.

मध्यप्रदेश में 4 सीटों के उपचुनाव की तारीख का ऐलान होते ही कांग्रेस एक्शन में आ गयी है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने खंडवा उपचुनाव सीट के लिए बुंदेलखंड के कांग्रेस नेता मुकेश नायक को प्रभारी बनाया है. उनके साथ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल को सह प्रभारी नियुक्त किया है.

 

पवई में चुनाव हारे, दमोह में रेस में पिछड़ गए थे मुकेश नायक

मुकेश नायक 2018 के विधानसभा चुनाव में पवई सीट से हार गए थे. लेकिन दमोह उपचुनाव में वो टिकट की उम्मीद लगाए बैठे थे. टिकट नहीं मिला तो पार्टी विरोधी बयान देकर सुर्खियों में आ गए थे. उन्होंने दमोह सीट पर अजय टंडन को टिकट देने पर आपत्ति जताई थी. नाराजगी इस तरह बढ़ी कि उनके भाई सतीश नायक ने 30 मार्च को कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था. हालांकि मुकेश नायक कांग्रेस में बने रहे. लेकिन पार्टी विरोधी बयानबाजी के कारण हाशिए पर पहुंचा गए थे.

 

नायक के बीजेपी में जाने की अटकलों पर लगा विराम

दमोह उप चुनाव के दौरान मुकेश नायक के भी बीजेपी में जाने की अटकलें लगायी गयीं. तब उन्होंने कांग्रेस छोड़ने के एक सवाल पर कहा था कि वह राजनीति से सन्यास लेने पर विचार कर रहे हैं. लेकिन अब खंडवा की जिम्मेदारी मिलते ही वो एक बार फिर कांग्रेस की मुख्य धारा में खड़े दिखाई दे रहे हैं. वो अरुण यादव के करीबी माने जाते हैं. अरुण यादव भी कमलनाथ से कुछ खफा से चल रहे थे. मुकेश नायक को खंडवा सीट का प्रभारी बनाए जाने पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा- मुकेश नायक अब मुख्यधारा में लौट आए हैं और उनके राजनीतिक अनुभव का लाभ पार्टी खंडवा सीट पर लेगी.

 

अरुण यादव ही होंगे पार्टी के उम्मीदवार!

पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा- पार्टी के सर्वे में खंडवा सीट के लिए अरुण यादव मजबूत उम्मीदवार के रूप में सामने आए हैं. उनके नाम पर पार्टी फैसला लेगी. टिकट के लिए निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा की पत्नी की दावेदारी पर वर्मा ने कहा सुरेंद्र सिंह शेरा कांग्रेस पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं और उपचुनाव में उनकी दावेदारी वाजिब है. लेकिन गुण दोष और सर्वे के आधार पर पार्टी उम्मीदवार के नाम का फैसला करेगी.

 

2 अक्टूबर को होगी कांग्रेस की अहम बैठक

उपचुनाव के लिए अब टिकट बंटना है. सबसे ज्यादा बड़ा मसला यही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ 2 अक्टूबर को भोपाल लौटेंगे. उसी दिन वे उपचुनाव की तैयारी के लिए बैठक लेंगे. बैठक में उम्मीदवारों के नाम पर कोई फैसला हो सकता है. पार्टी का फोकस खंडवा लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा है. यहां से अरुण यादव के नाम पर 2 अक्टूबर को फैसला हो सकता है.

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