लेखक की कलम से

माता रानी ….

पार करो महारानी, मैया जी बेड़ा पार करो।

पार करो महारानी, मैया जय बेड़ा पार करो।

 

जग में छाया घोर अंधेरा। जग में छाया घोर अंधेरा।

सबको है संकट ने घेरा। सबको है संकट ने घेरा।

दया करो महारानी, मैयाजी सबपर दया करो।

पार करो महारानी……

 

शक्ति की तुम हो पटरानी। शक्ति की तुम हो पटरानी।

कष्ट हरो हे जग कल्याणी। कष्ट हरो हे जग कल्याणी।

अर्ज सुनो महारानी, मैयाजी हमरी अर्ज सुनो।

पार करो महारानी….

 

सबको है बस तेरा सहारा। सबको है बस तेरा सहारा।।

जग में फिरता मारा मारा। जग में फिरता मारा मारा।

कृपा करो महारानी, मैयाजी सब पे कृपा करो।

पार करो महारानी….

 

माता तेरी ज्योत जगाई। माता तेरी ज्योत जगाई।

तेरे दर्श की आस लगाई। तेरे दर्श की आस लगाई।

दर्शन दो महारानी, मैयाजी अब दर्शन दो।

पार करो महारानी…..

 

©मानसी मित्तल, बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश    

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