राजस्थान

मोदी है तो मुमकिन है; महाराष्ट्र में सियासी संकट पर गहलोत का नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला …

जयपुर। महाराष्ट्र में उद्वव सरकार पर आए संकट पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान दिया है। सीएम गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार का महाराष्ट्र में सरकार गिराने का षड्यंत्र पूरे देश में ओपन हो गया है। कैसे किया गया। कैसे सौदे हो रहे होंगे। हार्स ट्रेडिंग हो रही होगी। वो तो वो जाने और उनकी आत्मा जानें। सीएम गहलोत ने कहा कि हर राज्य की अलग-अलग परिस्थितियां होती है। भाजपा ने मध्यप्रदेश में सरकार गिराने का जो कुकर्म किया था। राजस्थान में भी प्रयोग करने जा रहे थे, लेकिन समय रहते हुए हम समझ गए थे। सजग हो गए। हम सरकार को बचाने में कामयाब हो गए।

सीएम गहलोत ने कहा कि महाराष्ट्र में भी जो मामला हुआ था, वो सबके सामने है। अचानक शपथ करवा दी गई साढ़े 6 बजे। शपथ लेने वाले देवेंद्र फडणवीस को बधाइयां मिलने लग गई थी। उन्होंने वापस ट्वीट किया कि मोदी है तो मुमकिन है।

सीएम गहलतो ने ट्वीट कर लिखा- मतलब मोदी है तो मुमकिन सबकुछ है देश के अंदर। जुर्म भी है, अन्याय भी है। अत्याचार भी है। सबकुछ संभव है। फडणवीस ने ये कहा था- मोदी है तो मुमकिन है। बाद में उन्हें मुंह की खानी पड़ी। तभी से उनके दिल में टीस थी कि कब मौका लगे। कब हम ईडी का उपयोग करें। डराएं-धमकाएं सीबीआई से। इनकम टैक्स से और वो ही देख रहे हैं आप।

2-2 मंत्री जेल में बैठे हुए है। जमानत तक नहीं होने दी जा रही है। ये तमाम षडयंत्र है देश के अंदर लोकतत्र को खत्म करने का। हम बार-बार कह रह रहे हैं कि देश में लोकतंत्र खतरे में है। संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है। हम सुनते है कि मध्यप्रदेश की सरकार ने 35-35 करोड़ के सौदे किए एक-एक विधायक से। सुनते हैं राजस्थान के अंदर 10-10 करोड़ रुपये थे बंट चुके हैं। पता नहीं क्या हुआ।

सीएम गहलोत ने कहा कि इशारों में ही सचिन पायलट पर भी तंज कसा। गहलोत ने कहा कि मुझे गर्व है कि राजस्थान के विधायक बिके नहीं। 34 दिन तक मेरे साथ होटल में रहे। होटल में थे तब कुछ नहीं मिला। विधायक बाहर निकले तब 10 करोड़ रुपये की पहली किस्त का आॅफर था। तब भी कोई नहीं गया। सीएम ने कहा कि राजस्थान राज्यसभा चुनाव के अंदर तीन सीटों हम जीते हैं।

सीएम गहलोत ने कहा कि महाराष्ट्र के अंदर जो षड्यंत्र किया गया है। विधायकों को लेकर सूरत में चले गए। ये देश के अंदर गर्वनेंस करेंगे क्या। देश में महंगाई है। बेरोजगारी है। अर्धव्यवस्था ध्वस्त हो रही है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी का नोटिस दिया जा रहा है। युवाओं को गुमराह करने के लिए अग्निपथ लेकर आर रहे हैं। आप चाहते क्या है। एक अपील पीएम मोदी देश के अंदर नहीं कर पा रहे हैं। देश में भाईचारा रहे। शांति रहे। मोदी जी को यह कहने में ही परहेज है कि हिंसा को हमारी सरकार बर्दास्त नहीं करेगी। हम मांग कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री होने के नाते मांग कर रहे हैं। गृहममंत्री अमित शाह और मोदी मांग नहीं कर रहे हैं। आप सोच सकते हैं कि देश किस दिशा की और जा रहा है। ऐसे विकास होगा देश का। देश के हालात बड़े गंभीर है। हिंसा और अशांति में देश का विकास नहीं हो सकता है।

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